चने की दाल लोगों को जरूरी खाना चाहिए. इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में होती है. इससे शरीर में कमजोरी नहीं होती है. लोग इसे खाने के बाद हेल्थ सही कर सकते हैं. इसके खाने के बाद शरीर में इम्यूनिटी सही होता है. लोग पूजा के दौरान इसे खाना शुद्ध मानते हैं. तो आज हम बताएंगें की इसे कैसे बनाते हैं. चने की दाल में कई तरह के विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. गर्भवती महिलाओं के लिए ये काफी गुणकारी माना जाता है.
चने की दाल बनाने की रेसिपी:
सामग्री:
1 कप चना दाल
3 कप पानी
1/2 चमच अदरक-लहसुन का पेस्ट
1 छोटी कटोरी टमाटर, कटा हुआ
1 छोटी कटोरी प्याज, कटी हुई
1/2 चमच हल्दी पाउडर
1 चमच लाल मिर्च पाउडर (स्वाद के अनुसार)
1 चमच धनिया पाउडर
1 चमच गरम मसाला
नमक स्वाद के अनुसार
तेल (वनस्पति या मस्टर्ड ऑयल) - 2 बड़े चमच
विधी:
चना दाल को धोएं: एक कप चने को धोकर उबालने के लिए एक प्रेशर कुकर में डालें. 3 कप पानी डालें और उबालें.
प्रेशर कुकर में दाल पकाएं: उबालने के बाद, दाल में 1/2 छोटी चम्मच हल्दी पाउडर डालें और प्रेशर कुकर को बंद करें. दाल को 5-6 सीटियां लगने तक पकाएं.
तड़का बनाएं: एक पैन में तेल गरम करें. गरम तेल में अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें और उसे तड़का बनाएं.
सब्जियां डालें: अब तैयार किए गए पेस्ट में कटी हुई प्याज और टमाटर डालें. अच्छे से मिला कर सब्जियां सुनहरी ब्राउन होने तक पकाएं.
मसाले मिलाएं: सब्जियां पकने के बाद, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला, और नमक डालें. अच्छे से मिला कर मसाले भूनें.
दाल डालें: फिर उबाली हुई दाल को इस सब्जी मिश्रण में मिला कर अच्छे से पकाएं.
चने की दाल तैयार है: चना दाल तैयार है, इसे धनिया पत्तियों से सजाकर गरमा गरम सर्व करें. चपाती या चावल के साथ परोसें.
चने की दाल एक पौष्टिक, स्वादिष्ट, और सुगंधित व्यंजन है जो आप अपने परिवार के साथ शेयर कर सकते हैं.
चने की दाल का सेवन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है. यहां चने की दाल खाने के 10 मुख्य फायदे हैं:
उच्च प्रोटीन स्रोत: चने की दाल में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है, जो शरीर के ऊर्जा निर्माण और मांसपेशियों का निर्माण करने में मदद करता है.
उच्च फाइबर स्रोत: यह आपको पेट स्वस्थ रखने में मदद करने वाला अच्छा फाइबर स्रोत है जो पाचन को सुधारता है और कब्ज को दूर करने में सहायक होता है.
मिनरल्स और विटामिन्स का स्रोत: चने की दाल में फॉलेट, आयरन, मैग्नीशियम, और विटामिन्स जैसे मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं जो सेहत के लिए आवश्यक हैं.
ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद: चने की दाल का सेवन करने से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि इसमें लोअ ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है.
हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है: चने की दाल में कम लाइकोपीन होता है जो हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है.
वजन नियंत्रण में सहायक: चने की दाल में उच्च प्रोटीन और फाइबर होने से यह वजन नियंत्रण में मदद कर सकती है, क्योंकि यह भूख को कम करने में सहायक होती है.
अनायमिक रोगों के खिलाफ सुरक्षा: चने की दाल में अच्छे प्रमाण में अंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो अनायमिक रोगों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं.
हेल्दी बोन्स: चने की दाल में कैल्शियम, मैग्नीशियम, और फॉस्फोरस होते हैं जो हड्डियों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं.
गर्भावस्था के दौरान लाभकारी: चने की दाल गर्भावस्था के दौरान मां और शिशु के लिए पोषण से भरपूर हो सकती है, क्योंकि इसमें फॉलेट शामिल होता है.
इम्यून सिस्टम को मजबूत करें: चने की दाल में शानदार प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau