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Video: पाकिस्‍तान के कराची में रईसी की निशानी है शेर पालना, घर में बेरोक-टोक घूमते हैं जंगल के राजा

दो करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान (Pakistan) के शहर कराची में लगभग 300 शेर मौजूद हैं. ये शेर न तो किसी जंगल में हैं और न ही किसी चिड़िया घर में.

नई दिल्‍ली:

दो करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान (Pakistan) के शहर कराची में लगभग 300 शेर मौजूद हैं. ये शेर न तो किसी जंगल में हैं और न ही किसी चिड़िया घर में. भारी ट्रैफिक , घिच-पिच बुनियादी ढांचे और हरियाली की कमी के लिए बदनाम कराची के रईस इन्‍हें बेहद बगीचों, छतों पर बने पिंजरों या फार्महाउसों पर रखते हैं. दरअसल रईसों के निजी चिड़ियाघर बनाने या विदेशों से आए जानवरों को पालने के इस शौक की वजह से वन्यजीवों का कारोबार पाकिस्तान (Pakistan)की इस नगरी में बेहद फल-फूल रहा है.

भारत में भले ही वन्‍य जीवों को घर में रखना जुर्म है लेकिन पाकिस्तान (Pakistan)के इस बदनाम शहर में आपको 48 घंटे के अंदर 14 लाख पाकिस्तानी रुपये ( 9000 डॉलर) में सफेद बाघ मिल सकता है. यहां यह पूरी तरह से क़ानूनी कारोबार है. पाकिस्तान (Pakistan)में ही ऐसे लोगों की भी बड़ी संख्या है जो इस तरह के जानवर की क्रॉस ब्रीडिंग करते हैं और देश में जानवर बेचते हैं.

एक पाकिस्‍तानी शख्स जिनका नाम है जुल्कैफ चौधरी ( 33). ये मुल्तान में एक रेस्टोरेंट चलाते हैं. जुल्कैफ के परिवार वालों को शेर से बहुत लगाव है. उनका दो साल का बेटा भी उस शेर के साथ बिना किसी डर के आराम से खेलता है. जुल्कैफ के घर में एक शेर है जिसका नाम ' बब्बर ' है. घर में वह ऐसे रहता है जैसे हमारे घरों में बिल्‍लियां. जब कभी शेर को बाहर ले जाना होता है , तभी वो उसके गले में जंजीर बांधते हैं.

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डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक , जुल्कैफ बताते हैं कि इस शेर को उन्होंने करीब तीन लाख रुपये में खरीदा था , जिसे अब पालने में उन्हें हर महीने 2 लाख रुपये से ज्यादा खर्च करने पड़ते हैं. उनका कहना है कि उन्होंने शेर को घर में रखने के लिए संबंधित विभाग से अनुमति ले रखी है.

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पाकिस्तान (Pakistan)के कराची में रहने वाले दो भाइयों ने जंगल का राजा कहे जाना वाले शेर को एक भाई की तरह पाला है. हमजा और हसन हुसैन इस शेर को तब घर लेकर आए थे , जब वो दो महीने का था. दोनों भाइयों ने शेर का नाम एनिमेटेड फिल्म द लायन किंग में किरदार के आधार पर सिम्बा रखा है. यह शेर रोजाना 5 किलो मीट खाता है. हालांकि , वह चिकन को नापसंद करते हैं और इसे कभी नहीं खाते हैं. ' हसन अब अपने शेर के लिए एक महिला साथी की तलाश कर रहा है.

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सोशल मीडिया पर ऐसे फोटोग्राफ भरे पड़े हैं जिनमें कराची के धनाढ्य कारोबारी अपनी लग्जरी SUV की अगली सीट पर इस तरह के जानवरों के साथ शहर में घुमते नजर आते हैं. वहीं बिलाल मंसूर ख्वाजा कराची स्थित अपने निजी चिड़ियाघर में रखे गए हज़ारों बेशकीमती जानवरों में से एक सफेद शेर की नर्म खाल पर हथेली फिराते हैं. उन्होंने अपना पर्सनल ज़ू खोल रखा है जहां पर आपको तरह तरह के जानवर देखने को मिलेंगे.