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New Year Resolution 2021 : नए साल पर करें ये वादे, क्‍या पता पूरे हो जाएं

नए साल पर हम सभी कोई न कोई संकल्‍प लेते हैं पर हममें से बहुत कम लोग होंगे जो इन संकल्‍पों को पूरा करते होंगे. हममें से अधिकांश लोग संकल्‍प तो बढ़-चढ़कर ले लेते हैं पर उसे पूरा नहीं कर पाते.

Updated on: 27 Dec 2020, 09:12 PM

नई दिल्ली:

नए साल पर हम सभी कोई न कोई संकल्‍प लेते हैं पर हममें से बहुत कम लोग होंगे जो इन संकल्‍पों को पूरा करते होंगे. हममें से अधिकांश लोग संकल्‍प तो बढ़-चढ़कर ले लेते हैं पर उसे पूरा नहीं कर पाते. इस बार नए साल पर संकल्‍प लेने से पहले आप सोचिए कि क्‍या पिछले साल के संकल्‍प आपने पूरे किए और क्‍या इस बार जो संकल्‍प लेने वाले हैं उसे पूरा कर पाएंगे. आज हम आपको 10 ऐसे संकल्‍प के बारे में बताएंगे, जो लोग आसानी से ले लेते हैं पर पूरा नहीं कर पाते. 

Resolution No.1: शराब-सिगरेट-तंबाकू को हाथ नहीं लगाएंगे

हर साल नए साल पर लिया जाने वाला यह सबसे बड़ा संकल्‍प है. हर चार में तीन भारतीय यह प्रण करते हैं कि नए साल में वे शराब, सिगरेट और तंबाकू का सेवन नहीं करेंगे पर यह संकल्‍प साल के पहले दिन ही टूट जाता है. 

Resolution No.2: फिटनेस पर देंगे ध्‍यान

फिटनेस को लेकर हम हमेशा संकल्‍प लेते हैं कि अब अपने शरीर पर ध्‍यान देना है पर इसे भी शायद ही हम पूरा कर पाते हैं. बातें तो हम खूब करते हैं, प्‍लान बनाते हैं पर पता नहीं क्‍यों ऐसे प्‍लान क्‍यों भंगस हो जाते हैं. हम संकल्‍प लेते हैं कि रोज सुबह सैर करेंगे, दौड़ लगाएंगे, योग करेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है और कुछ दिनों बाद सबकुछ पहले की तरह हो जाता है. 

Resolution No.3: डायरी लिखेंगे

डायरी लिखना अच्‍छी आदत होती है. हर किसी को इसकी आदत डालनी चाहिए. जब भी हम परेशान होते हैं या खुश होते हैं तो उसे कागज के पन्‍नों में सहेजना सबसे अच्‍छी आदत मानी जाती है. कई लोगों की डायरियां बेहतरीन कहानी की किताब में शुमार हो चुकी हैं. पर हम ऐसा नहीं कर पाते. डायरी लिखने से पुराने अनुभव हमें आगे की राह दिखाने में मददगार साबित हो सकते हैं. खाली वक्‍त में डायरी के ये पन्‍ने आपको काफी सकून देने वाले हो सकते हैं.

Resolution No.4 : रिश्‍तों को लेकर सीरियस होंगे

हर बार हममें से कई लोग नए साल पर यह प्रण लेते हैं कि वे रिश्‍तों को लेकर गंभीर होंगे पर साल जैसे-जैसे बीतता चला जाता है, हम अपने प्रण को भी जाया होने देते हैं. किसी भी व्‍यक्‍ति को अपनी सफलता की खुशी और विफलता का गम बांटने के लिए अपनों की जरूरत होती है. हर किसी की जिंदगी में ऐसे लोग होते हैं, लेकिन आपको ऐसे लोगों को पहचानना होता है. ऐसा तभी होगा जब आप रिश्‍तों को लेकर गंभीर होंगे.

Resolution No.5: गुस्सा नहीं करेंगे

गुस्सा हमेशा घातक होता है. गुस्से में व्यक्ति कभी भी कुछ भी कर सकता है. दरअसल गुस्‍से में यह पता नहीं चलता कि व्‍यक्‍ति अपना हित कर रहा है या फिर अहित. आपका गुस्‍सा अच्छे-खासे रिश्ते को तोड़ने में मिनट भर भी नहीं लगने देता. इसकी जानकारी होती तो सबको है, पर बहुत कम लोग ही इस पर कंट्रोल कर पाते हैं. 

Resolution No.6: मोबाइल से बनाएंगे दूरी

2020 में कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम के चलते लोगों का ज़्यादातर समय ऑफिस का काम निपटाते हुए बीता. लैपटॉप, डेस्‍कटॉप या फिर मोबाइल पर काम करने में इस साल का अधिकांश समय जाया हो गया. कई अध्‍ययनों में पता चला है कि मोबाइल या गैजेट पर अधिक समय नहीं देना चाहिए. नए साल पर हमारा संकल्‍प यही होगा कि मोबाइल या गैजेट से उचित दूरी बनाएं पर यह कितना पूरा होगा, यह तो समय ही बताएगा. 

Resolution No.7 : व्‍यर्थ के काम में समय नहीं गंवाएंगे

वैसे तो कोई भी समझदार आदमी यह नहीं चाहता कि व्‍यर्थ के काम में उसका समय जाया हो पर आलस या लापरवाही में ऐसा होता चला जाता है. दोस्तों के साथ समय बिताने या गप्पे मारने में अधिक समय बीत जाता है. समय की कीमत समझते हुए बहुत से लोग यह संकल्‍प लेते हैं कि वो इस साल अपना समय फालतू कार्यों में बर्बाद नहीं करेंगे.

Resolution No.8 : अपने लिए समय निकालेंगे

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते और हमेशा खुद को व्‍यस्‍त रखते हैं. ऐसा होने पर काम का तनाव हावी हो जाता है और तमाम बीमारियां घर कर जाती हैं. ऐसे में हम ज़िन्दगी का लुत्फ़ नहीं उठा पाते. इस कारण अकसर हम सोचते हैं कि खुद के लिए समय निकालेंगे पर कुछ दिनों बाद फिर से हमारा पुराना ढर्रा फिर से शुरू हो जाता है. 

Resolution No.9 : अच्‍छी किताब पढ़ेंगे

कई लोग यह संकल्‍प लेते हैं कि नए साल में वे Succes Story या फिर कोई अच्‍छी नॉवेल जरूर पढ़ेंगे. किताबें भी खरीद लाते हैं पर कुछ पन्‍ने पढ़ने के बाद हम उसे अलमारी में रख देते हैं. 

Resolution No.10 : अपना काम खुद करेंगे

अपना काम खुद ही करना चाहिए और किसी पर डिपेंड नहीं रहना चाहिए. जीवन में कई बार ऐसे हालात बन जाते हैं जब हमें खुद पर ही भरोसा करना होता है. अगर हम खुद पर Depend होते हैं तो विपरीत हालात में हमें बाहर निकलने का मौका भी मिल जाता है. दूसरों पर निर्भर रहने से हम खुद ही हालात का सामना करने से डरते हैं. हालांकि व्‍यक्‍ति की प्रकृति होती है कि वह आसान रास्‍ता चुनता है और उसकी यही आदत उसे मुश्‍किलों में डालती है.