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इस चिपचिपाहट वाली गर्मी में बच्चों की स्किन का रखें इस तरीके से ख्याल, अपनाएं ये तरीका

अगर आपके घर में भी बेबी या छोटे बच्‍चे हैं और गर्मी में उनकी स्किन पर एलर्जी या रैशेज आदि हो रहे हैं, तो आप यहां बताई गई कुछ ज़रूरी बातों को ध्‍यान में रखें.

Updated on: 10 Jun 2022, 01:35 PM

New Delhi:

गर्मी में जैसे तैसे बड़े अपना ख्याल रख लेते हैं लेकिन सबसे ज्यादा मुश्किल बच्चों के लिए होती है.  वो अपनी स्किन का ख्याल खुद नहीं रख सकते इसलिए आपको ही उनकी देखभाल इस गर्मी में करनी होगी. खासतौर पर अगर बात नन्‍हे बच्‍चों की हो, तो उनकी नाजुक स्किन बड़ों की तुलना में आसानी से धूप में जल जाती है या रैशेज आदि निकल जाते हैं. अगर आपके घर में भी बेबी या छोटे बच्‍चे हैं और गर्मी में उनकी स्किन पर एलर्जी या रैशेज आदि हो रहे हैं, तो आप यहां बताई गई कुछ ज़रूरी बातों को ध्‍यान में रखें. ऐसा करने से आपके बच्चों की स्किन सॉफ्ट रहेगी और संक्रमण के इस दौर में आपके बच्चे सुरक्षित रहेंगे. 

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गर्मी में नन्‍हें बच्‍चों की स्किन का इस तरह रखें ख्‍याल

पहनाएं सूती कपड़े
धूप और गर्मी से बचाने के लिए बच्‍चों को हमेशा सूती कपड़े ही पहनाएं. ध्‍यान रखें कि सूती कपड़े ढीले हों और तंग ना हों. ध्या रहे कि बच्चों को ऐसे कपडे पहनाएं ताकि उनके शरीर को हवा लग पाए. ऐसा करने से उनके स्किन में रशेस नहीं होंगे. 

अच्‍छी तरह हाइड्रेट रखें
तपती गर्मी में घर के अंदर भी हों तो आप बच्‍चों को अधिक से अधिक हाइड्रेट रखें. ऐसा करने के लिए आप उन्‍हें पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, जूस आदि देते रहें. 

डाइपर या नैपी को कहें ना

गर्मी में बच्चों को डाइपर या नैपी पहनाने से बचें. ज्यादा डाइपर और नैपी बच्चों को न पहनाएं. पसीने की वजह से उनकी स्किन लाल हो सकती है और उन्हें इर्रिटेशन होती है इसलिए बच्चों को थोड़ी देर के लिए ऐसे ही खाली छोड़ दें. हो सके तो एक पतला सा कपड़ा या तला सा नैपी भी पहना सकते हैं. 

दो से तीन बार नहलाएं
गर्मी में बच्‍चों को 2 से 3 बार नहलाएं. ऐसा करने से शरीर पर जमा  पसीना आदि धुलता रहता है और बैक्‍टीरिया नहीं पनपते. नहलाने इ बाद आप उनको एलोवेरा जेल लगा सकते हैं. 

धूप से बचाएं
छोटे बच्‍चों को लेकर अगर बाहर जाना पड़े तो आप उन्‍हें प्रैम में अच्‍छी तरह से ढंक कर या कैप आदि पहनाकर ले जाएं. कोशिश करें अगर बाहर जाना जरूरी न हो तो उन्हें शाम में ही ले जाएं. ताकि उन्हें इस चिलचिलाती धुप से बचाया जा सके. 

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