Best Handloom Sarees: हैंडलूम यानी वो कला जो केवल मशीन नहीं, बल्कि दिल और लंबे समय के अनुभव से चलती है. ये एक ऐसा लूम प्रोसेस होता है जो बिना बिजली के चलता है और हाथ से ऑपरेट किया जाता है. इस तरीके से तैयार की गई साड़ियों को हम 'हैंडलूम साड़ियां' कहते हैं. इसके हर धागे में बुनकर की मेहनत, सोच और भावना शामिल होती है. हैंडलूम साड़ियां न केवल खूबसूरती लाती हैं, बल्कि हमारे भारतीय विरासत और संस्कृति की झलक भी देती हैं. तो आइए इस Fashion गाइड में वर्ल्ड हेरिटेज डे पर हम 5 खूबसूरत हैंडलूम साड़ियों के बारे में जानते हैं.
बांधनी से लेकर पटोला साड़ी तक, ये Best Sarees For Heritage Look दर्शाती हैं भारत का यूनिक कल्चर और ट्रेडिशन
Best Handloom Sarees का महत्व
हैंडलूम साड़ियां उस जगह की संस्कृति और विरासत को दर्शाती हैं जहां से वो आती हैं. हर साड़ी में बुनकर की भावना और अनुभव छुपा होता है. ये एक पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला परंपरागत काम है. जब आप हैंडलूम साड़ी लेते हैं, तो न केवल एक परंपरा को जिंदा रखते हैं, बल्कि एक आर्टिसन कम्युनिटी को सपोर्ट भी करते हैं. इसलिए World Heritage Day के उपलक्ष्य में हमें इन साड़ियों को बढ़ावा जरूर देना चाहिए. स्लो फैशन, ग्रीन टेक्नोलॉजी और जीरो कार्बन फुटप्रिंट से तैयार की गईं ये साड़ियां सस्टेनेबल फैशन को भी प्रमोट करती हैं. अब आइए जानते हैं भारत की कुछ खूबसूरत और खास हैंडलूम साड़ियों के बारे में.
1. बनारसी साड़ी
/newsnation/media/media_files/2025/04/16/keszELDVU2zgZTcoKfoY.jpg)
Indian Handloom And Textiles की बात हो और बनारसी साड़ी का जिक्र न हो, ऐसा हो सकता है? बनारसी साड़ियां एलिगेंस की पहचान हैं. बनारस से आने वाला रेशमी कपड़ा और उस पर की गई बारीक कढ़ाई इन्हें खास बनाती है. शादी-ब्याह जैसे बड़े मौकों पर जब महिलाएं बनारसी पहनती हैं, तो वो एकदम रॉयल और ट्रेडिशनल टच देता है. बनारसी साड़ियां समय के साथ और भी खूबसूरत होती गई हैं. इसलिए हर महिला की अलमारी में एक बनारसी जरूर होनी चाहिए.
2. महेश्वरी साड़ी
/newsnation/media/media_files/2025/04/16/5r3KUomWPK9pAildKu6j.jpg)
महेश्वरी साड़ियों की बात ही कुछ और है. इसका जरी बॉर्डर दोनों साइड से पहनने लायक होता है और पल्लू पर सफेद और रंगीन धारियां होती हैं. इस साड़ी में फूलों के डिजाइन नहीं होते, बल्कि ज्यामितीय आकृतियां होती हैं जो लोकल नदियों और आर्किटेक्चर से प्रेरित होती हैं. World Heritage Day के मौके पर गर्मी के मौसम में पहनने के लिए ये साड़ियां एकदम हल्की और आरामदायक हैं. सिल्क की चमक के साथ ये साड़ियां एलिगेंट दिखती हैं.
3. पटोला साड़ी
/newsnation/media/media_files/2025/04/16/PyEDti5mrXZTnESTYBSh.jpg)
गुजरात की शान, पटोला साड़ी. ये साड़ियां पारंपरिक रूप से त्योहारों और शादियों में पहनी जाती हैं. इनकी कीमत और महत्व इतना होता है कि कई बार ये फैमिली हेयरलूम बन जाती हैं. पटोला पहनना एक स्टेटस सिंबल भी माना जाता है. इन Indian Handloom And Textiles के रंग, डिजाइन और कपड़े की बुनावट एकदम खास होती है, जो किसी भी दुल्हन या उसकी मां के लुक को खास बना देती है. आपके घर में वेडिंग फंक्शन है और आप एक अच्छी सी साड़ी लेने की सोच रही हैं, तो पटोला साड़ी जरूर लें.
यह भी पढ़ें: इन सुपर सॉफ्ट Traditional Sarees For Women के साथ दिखें रॉयल, महिलाओं को पसंद आ रहे ये खूबसूरत डिज़ाइन
4. कांजीवरम साड़ी
/newsnation/media/media_files/2025/04/16/DIQ2P65WfZgzoCmSFRKt.jpg)
साउथ इंडिया की जान है कांजीवरम साड़ियां. ये साड़ियां मजबूत, शाइनी और दिखने में रॉयल लगती हैं. इन पर इंडियन कल्चर के सिंबल्स जैसे फूल, पत्ते, पक्षी, हाथी आदि के डिजाइन होते हैं. शादी के समय आप एलिगें क्लासी लुक चाहती हैं, तो Best Handloom Sarees का पर्याय कांजीवरम साड़ी ले सकती हैं. ये साड़ी हर मौके पर ट्रेडिशन और उनके वैल्यूज को बयां करती हैं.
5. पोचमपल्ली साड़ी
/newsnation/media/media_files/2025/04/16/0pFKwtP6j4pmV4yumPtT.jpg)
पोचमपल्ली साड़ियां अपनी जियोमेट्रिक डिजाइनों के लिए मशहूर हैं. इन डिजाइनों में एक तरह का हिप्नोटिक इफेक्ट होता है जिसे देखने वाले बस देखते ही रह जाते हैं. ये साड़ियां हल्की होती हैं, पहनने में बेहद आरामदायक और खास बात इनके रंग पूरी तरह नेचुरल होते हैं. त्योहारों और शादियों में अगर भीड़ से अलग दिखना है, तो पोचमपल्ली साड़ी पहनना बेस्ट चॉइस है. World Heritage Day पर भी आप इस साड़ी को कैरी कर सकती हैं.
Disclaimer: इस लेख में दिए गए प्रॉडक्ट्स का चुनाव मिंत्रा पर दी गई यूजर रेटिंग के आधार पर किया गया है। इन उत्पादों की बिक्री, गुणवत्ता और कीमतों आदि से संबंधित किसी भी विवाद के लिए न्यूज नेशन उत्तरदायी नहीं है। ऊपर दिए गए उत्पादों के संबंध में लिखे गए आर्टिकल के लेखन का न्यूज नेशन के पत्रकारों से कोई संबंध नहीं है।