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ब्रॉ...यह आराम का मामला है, यहां छिड़ी है कानूनी बहस

अमेरिका में क्या कोई महिला कर्मी ब्रॉ नहीं पहन कर ऑफिस आ सकती है? इसका जवाब 'हां' और 'ना' दोनों में है. वजह यह है कि ऑफिस में आपका पहनावा कंपनी के स्टेटस सिंबल से जुड़ा होता है.

Updated on: 28 Jun 2019, 07:02 AM

highlights

  • अमेरिका में ब्रॉ पहनने या नहीं पहनने पर छिड़ी है बहस.
  • बड़े-बड़े कानूनी जानकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता तलाश रहे उत्तर.
  • अमेरिका के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग व्यवस्था.

नई दिल्ली.:

अभी बहुत अधिक साल नहीं बीते हैं, जब भारत के कई बड़े महानगरों में कामकाजी लड़कियों और महिलाओं ने ऑफिस में ब्रॉ नहीं पहनने को लेकर बाकायदा पश्चिम के 'बर्न योर ब्रॉ' अभियान की तर्ज पर एक आंदोलन छेड़ दिया था. इन 'आंदोलनकारियों' की मांग थी कि ब्रॉ पहनना निजता से जुड़ा मसला है, जो लड़कियों की सुविधा से भी ताल्लुक रखता है. इस आंदोलन के तहत महानगरों की कामकाजी महिलाओं ने अपने-अपने अनुभव सोशल मीडिया पर शेयर किए थे. उनके इस आंदोलन को कुछ प्रतिष्ठित हिंदी-अंग्रेजी अखबारों ने भी आवाज दी थी. अब एक बार फिर ब्रॉ कानूनी पेंच-ओ-खम के कारण अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है

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वर्जिन एटलांटिक एय़र लाइंस ने उठाया बड़ा कदम
सच तो यह है कि ब्रॉ को लेकर नारी समाज में समय-समय पर आवाज उठती रही है. इस कड़ी में बदलते समय के साथ-साथ कार्यक्षेत्र में कैजुअल पोशाकों या लुक्स की भी घुसपैठ होती जा रही है. वर्जिन एटलांटिक एयर लाइंस ने अपनी महिला केबिन क्रू को भारी-भरकम मेकअप और स्कर्ट्स की अनिवार्यता से राहत दे दी है. ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी ऊनी जैकेट्स को पहन कर काम कर सकते हैं. यहां तक कि फाइनेंशियन एडवाइजर गोल्डमैन सैच ने अपने कर्मचारियों को सूट से मुक्ति देकर कैजुअल पोशाकें पहनने के लिए रजामंदी दे दी है.

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फिर भी ब्रॉ को लेकर असमंजस है बरकरार
इस सुविधा के बावजूद महिला कर्मचारियों के बीच ऑफिस में ब्रॉ पहनने को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है. भले ही महिला कर्मी घर पर अपनी सुविधा का लिहाज करते हुए ब्रॉ नहीं पहनें, लेकिन ऑफिस वह बगैर ब्रॉ पहने नहीं जाती हैं. अमेरिका में खासकर माना जाता है कि ब्रॉ कॉर्सेट का सुविधाजनक विकल्प है, जिसके बगैर ऑफिस पोशाक, भले ही वह कैजुअल हो या फॉर्मल, नहीं पहनी जा सकती है. इसके साथ ही अमेरिका में यह सवाल सिर उठाने लगा है कि क्या ब्रॉ नहीं पहनने से महिला कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है. इसको लेकर महिला संगठनों ने कानूनी सलाह-मशविरा तक करना शुरू कर दिया है.

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ऑफिस में ब्रॉ पहनने के कानूनी पहलू
अमेरिका में क्या कोई महिला कर्मी ब्रॉ नहीं पहन कर ऑफिस आ सकती है? इसका जवाब 'हां' और 'ना' दोनों में है. वजह यह है कि ऑफिस में आपका पहनावा कंपनी के स्टेटस सिंबल से जुड़ा होता है. इसके लिए वह अपने कर्मचारियों को नीली जींस पहनने से रोक सकता है. हालांकि बात जब ब्रॉ की आती है, तो महिला कर्मी को बदन ढकने वाली पोशाक पहनने की सलाह दी जा सकती है. हालांकि इसे परिभाषित करना और फिर उस पर अमल कराना आसान नहीं है.

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अमेरिका में ब्रॉ को लेकर कानूनी प्रावधान
फोर्दम यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ के फैशन लॉ इंस्टीट्यूट की संस्थापक-निदेशक सूसन स्कैफी के मुताबिक ड्रेस कोड महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग होता है. हालांकि अमेरिका के अलग-अलग राज्यों में इसके नियम अलग-अलग हैं. कैलीफोर्निया के कानून के मुताबिक महज लैंगिक असामानता के आधार पर कोई भी किसी को पैंट पहनने से नहीं रोक सकता है. न्यूयॉर्क के मानवाधिकार कानून तो और एक कदम आगे हैं. वहां या तो कोई भी महिला कर्मी ब्रॉ नहीं पहनेगी या सभी पहनेंगी. यानी भेदभाव का कोई स्थान नहीं है. यही नहीं, यदि कोई महिला चिकित्सकीय कारणों से ब्रॉ नहीं पहन सकती, तो उसे इसके लिए अमेरिकन विद डिसएबिलिटीज एक्ट के तहत ही छूट दी जा सकेगी. यही नहीं, कानून के मुताबिक कंपनी का बॉस ऐसा कोई ड्रेस कोड निर्धारित नहीं कर सकता, जो कार्यक्षेत्र में महिला-पुरुष में अंतर करता हो.