पूरे देश में आज शुभांशु शुक्ला चर्चा में बने हुए है. दरअसल, वह AXIOM-4 Mission का हिस्सा है, जिसके तहत उन्होंने अंतरिक्ष की ओर उड़ान भर ली है. स्पेस की दुनिया हमेशा से ही रहस्यों से भरी हुई है. यहां कई ऐसे राज मौजूद हैं, जिनके बारे में आज भी शोध जारी है और लोग उनके बारे में आज भी जानना चाहते हैं. लोगों को जानना होता है कि स्पेस स्टेशन या स्पेसशिप में एस्ट्रोनॉट कैसे रहते हैं. आइए आज आपको बताते हैं कि कौन से फूड बैन है और आप कौन से फूड अपने साथ लेकर जा सकते हैं.
पहले ये खाते थे एस्ट्रोनॉट
शुरुआती समय में अंतरिक्ष यात्री क्यूब्स और ट्यूब की मदद से खाना खाते थे, लेकिन अब बदलते समय और एडवांस तकनीक की मदद से अंतरिक्ष यात्री कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हैं. स्पेस में खाने के लिए वह रीहाइड्रेटेड फूड्स जिसमें चिकन कॉन्सोमे जैसे सूप, मैकरोनी और पनीर जैसे कैसरोल, श्रिंप कॉकटेल ऐपेटाइजर और तले हुए अंडे और सीरियल्स आदि शामिल हैं.
ब्रेड
ब्रेड कई लोगों के डेली मील का हिस्सा होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्पेस में इसे ले जाना बैन है. दरअसल, ऐसा इसलिए क्योंकि इसके छोटे-छोटे पार्टिकल्स आंखों या सांस के जरिए शरीर के अंदर जा सकते हैं.
नमक और काली मिर्च
खाने का स्वाद बढ़ाने वाले नमक और काली मिर्च भी स्पेस में ले जाना मना है. दरअसल, अंतरिक्ष में इसके छोटो-छोटे कण खतरनाक हो सकते हैं. इसलिए इन्हें सूखा ले जाने के बजाय लिक्विड फॉर्म में यानी पानी या तेल में मिलाकर ले जाया जाता है.
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
इस लिस्ट में अगला नाम कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का है. अंतरिक्ष मिशन के दौरान इन पर बैन लगा दिया जाता है क्योंकि ग्रेविटी के बिना कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में बुलबुले नहीं उठते और इसलिए गैस ड्रिंक के साथ मिल जाती है. जब इसे पिया जाता है, तो ये पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बनते हैं जिन्हें 'wet burp' कहा जाता है.
अल्कोहल
स्पेस में जा रहे यात्रियों के लिए अल्कोहल भी बैन है. ऐसा इसलिए क्योंकि मादक पेय कॉग्नेटिव फंक्शन को खराब कर सकते हैं, कोर्डिनेशन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं और इन सबसे बढ़कर शराब दवाओं के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकती है, जो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती है.
फल और सब्जियां
ताजे फल, सब्जियां और डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे जल्दी खराब होने वाले फूड्स भी स्पेस में बैन है. ऐसा इसलिए क्योंकि इनकी शेल्फ लाइफ कम होती है और इन्हें रेफ्रिजरेशन की आवश्यकता होती है, जो कि अंतरिक्ष में बेहद सीमित है.