World Cancer Day 2025: कैंसर का नाम सुनते ही मन में खौफ सा भर जाता है. क्योंकि ये खतरनाक और जानलेवा बीमारी है. हालांकि मेडिकल साइंस ने समय के साथ काफी तरक्की की है. समय रहते अगर कैंसर का पता चल जाए तो मरीज का इलाज करना अब संभव है. लेकिन कैंसर की आखिरी स्टेज में बीमारी का खुलासा होने पर इलाज करना थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है. ऐसे में कई बार लोगों के मन में एक सवाल होता है कि क्या छोटे बच्चों को भी कैंसर हो सकता है? दुर्भाग्यवश इसका जवाब है, हां. अब बच्चों को भी कैंसर अपनी चपेट में ले रहा है. डॉक्टर अमित सक्सेना ने बताया कि बच्चों में ल्यूकीमिया, न्यूरोब्लास्टोमा, ब्रेन एवं स्पाइनल कॉर्ड ट्यूमर लिम्फोमा समेत 8 सबसे कॉमन कैंसर देखे जा सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में.
बच्चों में कैंसर का इलाज कैसे होता है?
बच्चों को कैंसर होने पर स्क्रीनिंग के जरिए बचाव मुश्किल होता है. लेकिन राहत की बात ये है कि बच्चों के कैंसर को काफी हद तक जेनेरिक दवाओं से कंट्रोल किया जा सकता है. इतना ही नहीं सर्जरी, रेडियोथेरेपी जैसी मौजूदा उपचार पद्धतियों से बच्चों के कैंसर को ठीक किया जा सकता है.
बच्चों में होने वाले प्रमुख कैंसर
ल्यूकेमिया (Leukemia)
ल्यूकेमिया बच्चों में होने वाला सबसे आम कैंसर है. यह उनके खून और बोन मैरो को प्रभावित करता है.
न्यूरोब्लास्टोमा (Neuroblastoma)
बच्चों में इस कैंसर की शुरुआत न्यूरॉन्स से होती है. यह अक्सर बच्चों के एड्रेनल ग्लैंड में होता है.
ब्रेन और सेंट्रल नर्वस सिस्टम (CNS) ट्यूमर
यह कैंसर बच्चों के मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड को प्रभावित करता है.
लिम्फोमा (Lymphoma)
इससे पीड़ित होने पर बच्चों के इम्यून सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है.
विल्म्स ट्यूमर (Wilms Tumor)
बच्चों के किडनी में होने वाले कैंसर को विल्म्स ट्यूमर कहते हैं. इसकी चपेट में बहुत छोटी उम्र के बच्चे आते हैं.
रैबडोमायोसारकोमा (Rhabdomyosarcoma)
यह कैंसर काफी दुर्लभ है. यह सॉफ्ट टिश्यू कैंसर होता है, जिससे मांसपेशियां प्रभावित होती हैं.
ऑस्टियोसारकोमा और यूविंग सारकोमा (Osteosarcoma and Ewing Sarcoma)
बच्चों के हड्डियों में होने वाले कैंसर को ऑस्टियोसारकोमा और यूविंग सारकोमा कहते हैं. इसकी चपेट में टीनेजर्स आते हैं.
रेटिनोब्लास्टोमा (Retinoblastoma)
बच्चों की आंख में होने वाले कैंसर को रेटिनोब्लास्टोमा कहते हैं. इससे छोटे बच्चे प्रभावित होते हैं.
बच्चों में कैंसर के लक्षण (cancer symptoms in kids )
- बच्चों में कैंसर के लक्षण को समझना थोड़ा मुश्किल है. उम्र के हिसाब से ये अलग-अलग हो सकते हैं.
- जब बच्चे को बिना कारण बार-बार बुखार आए इन्फेक्शन होने लगे तो डॉक्टर से उसकी जांच जरूर कराएं.
- बच्चे को थकान महसूस हो और त्वचा पीली पड़ने लगे.
- न्यूरोब्लास्टोमा या लिम्फोमा होने पर बच्चे के शरीर में गांठ या सूजन होती है.
- ब्रेन ट्यूमर होने पर बच्चे के लगातार सिरदर्द रहता है.
- अक्सर हड्डियों या जोड़ों में दर्द होना हड्डी के कैंसर का लक्षण है.
- बच्चे के पेट में सूजन विल्म्स ट्यूमर की वजह से हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
यह भी पढ़ें: World Cancer Day 2025: 04 फरवरी को क्यों मनाया जाता है विश्व कैंसर दिवस, ये है इसका इतिहास और महत्व