Chanakya Niti: अपने बच्चों को आज ही सिखाए ये बातें, वरना बन जाएंगे उनके सबसे बड़े दुश्मन

Chanakya Niti: हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा एक अच्छा इंसान बनें और जिंदगी में खूब तरक्की करे और समाज में उसका खूब नाम हो. मां-बाप अपने बच्चों को हर खुशी देना चाहते हैं.

Chanakya Niti: हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा एक अच्छा इंसान बनें और जिंदगी में खूब तरक्की करे और समाज में उसका खूब नाम हो. मां-बाप अपने बच्चों को हर खुशी देना चाहते हैं.

author-image
Nidhi Sharma
New Update
Chanakya Niti

Chanakya Niti Photograph: (Social Media)

Chanakya Niti: हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा सफल और संस्कारी बने. वहीं अगर बच्चे को बचपन से ही सही मार्गदर्शन मिले तो बच्चा जीवन में कभी नहीं भटकता है. माता-पिता का सपना होता है कि बच्चा अच्छा इंसान बने, तरक्की करें और समाज में उसका नाम हो. वे अपने बच्चे को हर खुशी देना चाहते हैं. लेकिन सिर्फ पैसे से या चीजें देने से बच्चों का भविष्य नहीं बनता. अगर बच्चे को सही सोच और सही रास्ता नहीं दिखाया गया, तो वह भटक सकता है. चाणक्य की नीतियां बच्चों को सच्चाई, आत्मनिर्भरता और अच्छे व्यवहार की सीख देती हैं. अगर बचपन से ही सही मार्गदर्शन मिले तो बच्चा जीवन में कभी नहीं भटकता.

Advertisment

सच्चाई और ईमानदारी 

आचार्य चाणक्य कहते थे कि इंसान की पहचान उसकी सच्चाई और उसके काम से होती है. अगर बच्चा झूठ बोलना सीख गया, तो वह भरोसे के लायक नहीं रहेगा. माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को शुरुआत से ही सिखाएं कि सच बोलना कितना जरूरी है, चाहे हालात जैसे भी हों.

मुश्किलों का सामना करना 

जीवन में कभी न कभी मुश्किलें जरूर आती हैं. चाणक्य की नीति कहती है कि जो इंसान चुनौतियों से डरता नहीं है, वही आगे बढ़ता है. बच्चों को बताएं कि गिरना बुरा नहीं, लेकिन गिरकर उठना जरूरी है. हर समस्या का कोई न कोई हल जरूर होता है.

आत्मनिर्भर बनने की आदत 

बच्चों को बचपन से ही छोटे-छोटे काम खुद करना सिखाएं. जैसे अपना बैग खुद तैयार करना, बिस्तर लगाना या अपने खिलौने संभालना. इससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे दूसरों पर निर्भर रहना छोड़ेंगे. आचार्य चाणक्य मानते थे कि आत्मनिर्भर इंसान कभी कमजोर नहीं पड़ता.

अच्छे संस्कार और व्यवहार सिखाएं

पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी जरूरी हैं. आचार्य चाणक्य कहते थे कि अगर इंसान के पास ज्ञान है लेकिन संस्कार नहीं, तो वह समाज के लिए खतरा बन सकता है. बच्चों को नम्रता, आदर और सहनशीलता जैसे गुणों की समझ दें.

गलत संगति से दूर रहना 

आचार्य चाणक्य कहते थे कि संगत का असर बहुत गहरा होता है. अगर बच्चा गलत दोस्तों के साथ रहेगा, तो उसकी सोच और आदतें भी वैसी ही बन जाएंगी. उन्हें सिखाएं कि हमेशा सोच-समझकर दोस्ती करें और बुरी संगति से बचें.

समय का सही इस्तेमाल

आचार्य चाणक्य मानते थे कि जो समय की कद्र करता है, वही आगे बढ़ता है. बच्चों को बताएं कि खेल जरूरी है लेकिन पढ़ाई, आराम और घर के काम भी उतने ही जरूरी हैं. दिन का समय कैसे बांटना है, यह आदत बचपन से डालें.

गुस्से पर काबू रखना

बच्चों को यह सिखाएं कि गुस्सा करना किसी समस्या का हल नहीं है. आचार्य चाणक्य कहते थे कि जो अपने क्रोध पर काबू कर लेता है, वही सच्चा विजेता होता है. अगर बच्चा गुस्से वाला है, तो उसे प्यार से समझाएं और शांत रहने के तरीके बताएं.

दूसरों की मदद करने की भावना जगाएं

चाणक्य नीति में कहा गया है कि इंसान को ऐसा जीवन जीना चाहिए जिससे दूसरों को भी लाभ हो. बच्चों में दया, सहयोग और मदद की भावना बचपन से डालें. उन्हें समझाएं कि छोटा हो या बड़ा, सबका सम्मान करना चाहिए.

 

Chanakya Niti Acharya Chanakya niti Chanakya Niti about life parenting tips Acharya chanakya niti gyan chanakya niti chanakya best parenting tips chanakya niti brain best parenting tips for children chanakya niti chamatkari mantra chanakya niti angry people
      
Advertisment