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'वन नेशन,वन गैस ग्रिड' बनाने की हमारी योजना है, इंडिया एनर्जी फोरम में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी सोमवार को यानी 26 अक्टूबर को इंडिया एनर्जी फोरम को संबोधित किया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दुनिया की दिग्गज तेल और गैस कंपनियों के सीईओ के साथ बातचीत किए.

Updated on: 26 Oct 2020, 06:20 PM

नई दिल्ली :

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी सोमवार को यानी 26 अक्टूबर को इंडिया एनर्जी फोरम को संबोधित किया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दुनिया की दिग्गज तेल और गैस कंपनियों के सीईओ के साथ बातचीत किए. फोरम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह आयोजन वक्ताओं के एक अंतरराष्ट्रीय समूह और भारत के एक हजार से अधिक प्रतिनिधियों और 30 से अधिक देशों के एक समुदाय को बुलाएगा.

उन्होंने आगे कहा कि भारत घरेलू विमानन के मामले में तीसरा सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ता विमानन बाजार है.पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की ऊर्जा योजनाओं का उद्देश्य ऊर्जा न्याय सुनिश्चित करना है. वह भी, स्थायी लक्ष्यों के लिए हमारी वैश्विक प्रतिबद्धताओं का पूरी तरह से पालन करते हुए.

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भारत ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत को आगे बढ़ाने में सबसे सक्रिय देशों में से एक

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि एक छोटे कार्बन पदचिह्न के साथ, हमारा ऊर्जा क्षेत्र विकास केंद्रित, उद्योग के अनुकूल और पर्यावरण के प्रति जागरूक होगा. यही कारण है कि भारत ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत को आगे बढ़ाने में सबसे सक्रिय देशों में से एक है.

11 मिलियन से अधिक स्मार्ट एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं

पीएम मोदी ने काह कि पिछले छह सालों में 11 मिलियन से अधिक स्मार्ट एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं. इसने प्रति वर्ष 60 बिलियन यूनिट की अनुमानित ऊर्जा बचत को सक्षम किया है. इस कार्यक्रम के साथ अनुमानित ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी सालाना 4.5 करोड़ टन CO2 है. इसके साथ ही हम  सालाना लगभग 24,000 करोड़ रुपये बचाते हैं.

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2022 तक अक्षय ऊर्जा स्थापित क्षमता को 175 गीगावॉट बढ़ाने का लक्ष्य 

उन्होंने आगे कहा कि एक आत्मनिर्भर भारत भी विश्व अर्थव्यवस्था के लिए एक बहुगणक होगा. उर्जा सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है.भारत हमेशा वैश्विक लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए काम करेगा.हम वैश्विक समुदाय के साथ की गई प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए तैयार हैं. हमने 2022 तक अक्षय ऊर्जा स्थापित क्षमता को 175 गीगावॉट बढ़ाने का लक्ष्य रखा था.

उन्होंने आगे कहा कि हमने 2030 तक इस लक्ष्य को 450 गीगावॉट तक बढ़ा दिया है. भारत में बाकी औद्योगिक दुनिया की तुलना में सबसे कम कार्बन उत्सर्जन है.

हमारी शोधन क्षमता लगभग 250 से 400 एमएमटी प्रति वर्ष तक बढ़ जाएगी

पीएम ने आगे बताया,'2025 तक हमारी शोधन क्षमता लगभग 250 से 400 एमएमटी प्रति वर्ष तक बढ़ जाएगी. घरेलू गैस का उत्पादन बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता भी रही है. हम 'वन नेशन, वन गैस ग्रिड' को प्राप्त करने और गैस आधारित अर्थव्यवस्था की ओर शिफ्ट करने की योजना बना रहे हैं.'

गैस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इस साल जून में लॉन्च किया गया था

पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत का पहला स्वचालित राष्ट्रीय स्तर का गैस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इस साल जून में लॉन्च किया गया था. यह गैस के बाजार मूल्य की खोज करने के लिए मानक प्रक्रियाओं को निर्धारित करता है.हम आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ रहे हैं.