नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। तेजप्रताप यादव को जिस तरह से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू यादव ने घर और दल से बाहर का रास्ता दिखाया है, उसे लेकर राजनीतिक गलियारों में तमाम तरह की कानाफूसी हो रही है। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने दावा किया है कि कुछ लोग लालू प्रसाद यादव के परिवार में फूट डालने का षड्यंत्र रच रहे हैं।
सोमवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, हाल की घटना ने कई लोगों को हैरान कर दिया है। तेजप्रताप के तलाक का मामला कुछ समय से चल रहा है, परिवार को इसका हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए। दूसरी ओर अगर तेजस्वी यादव को राजनीतिक रूप से आगे बढ़ना है और अपना कद बढ़ाना है, तो उन्हें परिवार और पार्टी में अनुभवी और उपयुक्त वरिष्ठ नेताओं का समर्थन चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह इतनी बड़ी घटना नहीं थी। तेजप्रताप का तलाक वाला मामला काफी दिनों से चल रहा है। वह युवा नेता हैं, कहीं न कहीं तो किसी से कनेक्शन तो रहता ही है। यह बड़ी बात नहीं है। मुझे लगता है कि इसे ज्यादा तूल दिया गया। परिवार में फूट डालने के लिए कुछ लोग षड्यंत्र कर रहे हैं।
बता दें कि रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने एक पोस्ट के जरिए अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया।
लालू ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे, वे स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सार्वजनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है।“
यह फैसला उस वायरल तस्वीर और वीडियो के आधार पर लिया गया जिसमें तेज प्रताप किसी महिला के साथ दिखे थे और उन्होंने खुद एक पोस्ट लिखकर रिश्ते पर मुहर लगाई थी। हालांकि जब मामले ने तूल पकड़ा, तो इसे हटा भी लिया। बाद में उन्होंने सफाई में कहा कि उनका अकाउंट हैक कर लिया गया था।
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