नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल के पलक्कड़ जिले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े सदस्यों द्वारा की गई श्रीनिवासन की हत्या के मामले में एक और आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। एनआईए ने आरोपी रफीक एम एस के खिलाफ एर्नाकुलम (केरल) स्थित एनआईए स्पेशल कोर्ट में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है।
रफीक पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यूए(पी) एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप तय किए गए हैं। वह इस मामले में चार्जशीट किया गया 64वां आरोपी है।
एनआईए द्वारा दर्ज मामले (आरसी-02/2022/एनआईए/केओसी) की जांच में अब तक कुल 71 आरोपियों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 8 आरोपी अब भी फरार हैं। एजेंसी इन फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी और जांच अभियान जारी रखे हुए है।
जांच के अनुसार, रफीक पीएफआई का सक्रिय सदस्य था, जिसने श्रीनिवासन की हत्या की साजिश रचने वाले अन्य आरोपियों के साथ मिलकर इस आतंकी वारदात को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई। एनआईए ने खुलासा किया है कि रफीक ने साजिश में शामिल और हत्या से जुड़े रैकी टीम के सदस्य मुहम्मद शफीक को शरण दी थी। इतना ही नहीं, हमला होने के बाद और सितंबर 2022 में भारत सरकार द्वारा पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद, उसने शफीक को छिपाए रखा और सबूतों को नष्ट करने में भी मदद की।
एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि रफीक ने एर्नाकुलम के पेरियार वैली परिसर स्थित पीएफआई प्रशिक्षण केंद्र में हथियारों के साथ शारीरिक प्रशिक्षण भी लिया था, ताकि आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सके।
16 अप्रैल, 2022 को श्रीनिवासन की हत्या, एनआईए द्वारा पीएफआई के 2047 तक भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने के नापाक एजेंडे के रूप में वर्णित की गई घटना का हिस्सा थी। यह हमला पीएफआई नेता सुबैर की उसके पिता के सामने पलक्कड़ में हत्या के ठीक एक दिन बाद हुआ। पूर्व आरएसएस पदाधिकारी श्रीनिवासन पर दिनदहाड़े तीन मोटरसाइकिलों पर सवार छह लोगों ने उनकी दुकान पर हमला किया। अब तक, एनआईए ने मामले में 71 आरोपियों की पहचान की है, जिनमें से आठ अभी भी फरार हैं। जांच जारी है और शेष संदिग्धों को पकड़ने के प्रयास भी जारी हैं।
एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में मामले के जांच अधिकारी को नवंबर 2022 में धमकी भरे कॉल आए, जिसमें उन्हें जांच जारी रखने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई। कॉलर ने कहा था, आपकी जांच हमें परेशान कर रही है। अपना ताबूत तैयार रखें।
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