नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने एसआईआर मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई एसआईआर की नहीं है, बल्कि यह लड़ाई अवैध रूप से रहने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को लेकर है। इस दौरान जगदंबिका पाल ने चुनाव बहिष्कार पर तेजस्वी यादव को भी करारा जवाब दिया।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने सवाल उठाते हुए कहा, रोहिंग्या-बांग्लादेशी या कोई गैर कानूनी रूप से रहने वाला व्यक्ति, जो भारत का वोटर नहीं हो सकता है, क्या वह बिहार या बंगाल की सरकार चुनेगा?
जगदंबिका पाल ने कहा कि जो भी 18 साल का भारतीय नागरिक है, वह वोटर बनेगा। भारत के हर नागरिक को मतदान का अधिकार है। उन्होंने कहा, इसलिए लड़ाई एसआईआर की नहीं है, यह लड़ाई रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को लेकर है।
चुनाव बहिष्कार मुद्दे पर जगदंबिका पाल ने कहा, तेजस्वी यादव कह रहे हैं कि हम चुनाव का बहिष्कार कर सकते हैं। यह हम पहली बार देख रहे हैं कि लोकतंत्र में कोई राजनैतिक व्यक्ति बहिष्कार की बात करे। यह तो कभी जम्मू कश्मीर में नक्सलवादी और आतंकवादी करते थे। आतंकवादी बहिष्कार की बात करते थे या माओवादी इस तरह की बात करते थे।
पूरे देश में एसआईआर अभियान चलाने जाने की घोषणा पर जगदंबिका पाल ने कहा, एसआईआर डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन प्रक्रिया है। कोई भी हिंदू-मुस्लिम या अन्य धर्म का भारतीय नागरिक, जो वोटर नहीं है, उसको वोटर बनाया जाएगा। सभी को मतदान का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेशी, रोहिंग्या या नेपाली नागरिक अवैध रूप से भारतीय वोटर बने हैं तो उन्हें हटाने की बात हो रही है, तो निश्चित तौर पर निर्वाचन आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए यह कर रहा है।
संसद में विपक्ष के हंगामे पर भी जगदंबिका पाल ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, यह विपक्ष की सोची समझी रणनीति है। पूरा सप्ताह बर्बाद हो गया। चाहे वह एसआईआर मुद्दा हो या कोई अन्य मामला, लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) ने चर्चा के लिए पहल की। केंद्रीय मंत्रियों ने आग्रह किए। एसआईआर पर आप (विपक्ष) चर्चा कर सकते हैं। जब सरकार कह रही है और लोकसभा अध्यक्ष कह रहे हैं, तो फिर भी पूरा हफ्ता बर्बाद किया है।
--आईएएनएस
डीसीएच/
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.