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फारुक अब्दुल्ला का विवादित बयान, 'कश्मीर में आतंकियों की नई पीढ़ी आजादी के लिए लड़ रही है'

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूख अब्दुल्ला ने कहा है कि कश्मीरी नौजवान किसी कारणवश हथियार उठाते हैं।

Updated on: 25 Feb 2017, 07:10 AM

highlights

  • फारूक अब्दुल्ला ने कहा, कश्मीरी युवा मौत से नहीं डरते
  • अब्दुल्ला बोले, हमारे बच्चे अपने हक की लिए कुर्बानी दे रहे हैं
  • सेना रावत बिपिन रावत ने पिछले दिनों अलगाववादी तत्वों को दी थी चेतावनी

नई दिल्ली:

नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) नेता फारूक अब्दुल्ला ने विवादित बयान देते हुए कहा है कि कश्मीरी नौजवान किसी कारणवश हथियार उठाते हैं और उन्हें मौत की धमकी से डराया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि कश्मीरी युवाओं को मौत से डर नहीं लगता है।

अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में आतंकियों की नई पीढ़ी 'आजादी' के लिए लड़ रही है। उन्होंने कहा, 'इन लड़कों ने सब कुछ छोड़ दिया। हर कोई अपनी जिंदगी से प्यार करता है। कोई मरना नहीं चाहता। उन्होंने खुदा से वादा किया है कि आप जिंदगी और मौत के बारे में तय करो लेकिन हम इस राष्ट्र की आजादी के लिए अपनी जान देंगे।'

एनसी प्रमुख ने कहा कि कश्मीरियों की नई पीढ़ी बेखौफ है और उन्हें बंदूकों से डर नहीं लगता। उन्होंने कहा, 'नई पीढ़ी को बंदूकों से डर नहीं लगता।' नेशनल कांफ्रेस मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं से अब्दुल्ला ने कहा, 'वे मौत से नहीं डरते और नहीं उन्हें धमकी से डराया जा सकता है, क्योंकि उन्होंने खुद को अल्लाह की इच्छा पर सौंप दिया है।' 

उन्होंने कहा, 'वो (युवा) अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमारे बच्चे अपने हक की लिए कुर्बानी दे रहे हैं।'

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पिछले दिनों कश्मीर को लेकर कहा था, 'अगर स्थानीय लोग आईएसआईएस और पाकिस्तान के झंडे दिखाकर आतंकवाद के साथ दिखना चाहते हैं तो हम उन्हें देशद्रोही मानेंगे और उनको छोड़ेंगे नहीं।'

उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं ने विधायक, सांसद या मंत्री बनने के लिए बंदूक नहीं उठाया है। उन्होंने कहा, 'हमारी पीढ़ी को धोखा दिया गया। हमारे अधिकारों की लड़ाई 1931 से जारी है।'

फारुक अब्दुल्ला ने भारत और पाकिस्तान दोनों को कश्मीर के लोगों के संघर्ष की वास्तविकता को नहीं समझने के लिए जिम्मेदार ठहराया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा, 'उनके शब्द विभाजन के लिए नहीं एकता के लिए होने चाहिए।'

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