मुंबई, 9 जून (आईएएनएस)। शिवसेना नेता संजय निरुपम ने एनडीए सरकार के 11 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 6 जून को जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल का उद्घाटन इस सरकार की उपलब्धियों का प्रतीक है।
निरुपम ने कहा, “जो काम अंग्रेज नहीं कर पाए और कांग्रेस 70 साल में हासिल नहीं कर सकी, उसे मोदी सरकार ने 11 साल में कर दिखाया। पूरे देश में विकास और जनकल्याण का काम पिछले 11 साल से चल रहा है। यह इस सरकार की उपलब्धि है। आने वाले समय में और अच्छे दिन आएंगे। साल 2047 में विकसित भारत का सपना साकार हो जाऐगा। उन्होंने बुनियादी ढांचे, रेल, सड़क, सर्विस सेक्टर और स्टार्टअप्स में प्रगति की सराहना की।
निरुपम ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि इस बार देश की महंगाई में कमी आई है, जिसके चलते रिजर्व बैंक ने रेपो रेट कम किया। पहले महंगाई देश की सबसे बड़ी समस्या थी, लेकिन अब विकास और जनकल्याण का काम तेजी से हो रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार होगा।
वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनावों में ‘मैच फिक्सिंग’ के आरोप पर निरुपम ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के दावों का तार्किक जवाब दिया जाता है, फिर भी वे गलत जानकारी दोहराते हैं।”
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के चुनाव आयोग अधिकारियों के नार्को टेस्ट वाले बयान पर निरुपम ने तंज कसते हुए कहा कि सबसे पहले राहुल गांधी का नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि उनके आरोपों की सच्चाई सामने आए। एक ही बात बार-बार कह रहे है, उनकी बातों का तार्किक तरीके से जवाब भी दिया जाता है। आपकी सूचना गलत है, यह भी बता दिया गया है। ऐसे में सच और झूठ की जानकारी के लिए राहुल का नार्को टेस्ट होना चाहिए।
बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ पर उन्होंने कर्नाटक सरकार और पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, “विक्ट्री परेड के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए थे। यह प्रशासनिक लापरवाही का मामला है।”
वहीं, आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) वाले बयान पर निरुपम ने कहा, “यह ऐतिहासिक भूल है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। पूरा देश चाहता है कि पीओके भारत का हिस्सा बने। जनता को पीएम मोदी से उम्मीद है कि अगली बार निर्णायक कदम उठाया जाएगा।”
बता दें कि इंद्रेश कुमार ने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर भारत के प्रधानमंत्री और सरकार यूएनओ (यूनाइटेड नेशन ऑफ ऑर्गेनाइजेशन) में सरेंडर नहीं करती तो पीओके नहीं बनता।
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