अहमदाबाद के मेघानी में एयर इंडिया का विमान क्रैश हो गया है. जानकारी के मुताबिक, विमान टेक-ऑफ के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह विमान लंदन के लिए रवाना हुआ था और इसमें करीब 242 यात्री सवार थे. इस घटना ने इतिहास की उस सबसे भीषण विमान दुर्घटना की याद ताज़ा कर दी, जिसने एविएशन इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल कर रख दिया था.
दुनिया की सबसे बड़ी विमान दुर्घटना
27 मार्च 1977 को स्पेन के कैनरी आइलैंड्स स्थित टेनेरीफ़ एयरपोर्ट पर इतिहास की सबसे भयानक विमान दुर्घटना हुई थी. कोहरे से ढके रनवे पर दो बड़े यात्री विमान KLM फ्लाइट 4805 और Pan Am फ्लाइट 1736 एक-दूसरे से टकरा गए. इस हादसे में 583 लोगों की मौत हुई थी.
यह दुर्घटना पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच गलतफहमी और घने कोहरे के कारण हुई थी. KLM के पायलट ने बिना अंतिम टेक-ऑफ क्लीयरेंस लिए रनवे पर विमान दौड़ा दिया, उसी समय Pan Am की फ्लाइट भी रनवे पर मौजूद थी.
जापान में हुई थी भयावह घटना
12 अगस्त 1985 को जापान एयरलाइंस की फ्लाइट 123, जो टोक्यो से ओसाका जा रही थी, उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही तकनीकी खराबी का शिकार हो गई. विमान के पीछे के हिस्से में दबाव बनाए रखने वाली दीवार (pressure bulkhead) फट गई, जिससे विमान का नियंत्रण पूरी तरह खो गया. यह विमान जापान के टाकामागहारा पहाड़ों में जा गिरा. इस हादसे में 520 लोगों की जान गई और केवल 4 लोग जीवित बच सके.
इन हादसों से क्या सीखा गया?
इन दोनों भीषण दुर्घटनाओं के बाद विमानन सुरक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव हुए. पायलटों के लिए Cockpit Resource Management (CRM) अनिवार्य हुआ. कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल को और सटीक और मानकीकृत बनाया गया. विमानों के रखरखाव और पुराने विमानों के संचालन पर सख्त नियम लागू किए गए.
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