ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली में महिला ने बनाए नूडल्स, 15 लोगों की चाय भी; रेलवे ने कहा- कार्रवाई करेंगे

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला ट्रेन के ऐसी कोच में इलेक्ट्रिक केतली में नूडल्स बना रही है. रेलवे का कहना है कि वह महिला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला ट्रेन के ऐसी कोच में इलेक्ट्रिक केतली में नूडल्स बना रही है. रेलवे का कहना है कि वह महिला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे.

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Jalaj Kumar Mishra
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Women Cooked noodles and Tea in Electric Kettle in Train

ट्रेन के एसी कोच में इलेक्ट्रिक केतली में नूडल्स बनाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर सेंट्रल रेलवे ने सख्त रुख अपनाया है. रेलवे ने कहा कि इस पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. 

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अब जानें क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, वीडियो 20 नवंबर का है. सरिता लिंगायत नाम की एक महिला ने इसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. शनिवार दोपहर तक छह लाख लोगों ने ये वीडियो देख ली है. इस वीडियो पर कई यूजर्स ने नाराजगी जताई है और लोगों की सुरक्षा को खतरा बताया.

वीडियो में महिला केतली में नूडल्स और चाय बनी रही है. वह मजाक-मजाक में कहती है कि वह कहीं भी किचन बना लेती है. अब तक 10-15 लोगों के लिए वह चाय बना चुकी है. हालांकि, अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि ये घटना आखिर किस ट्रेन की है और कब की है. 

रेलवे ने क्या कहा

सेंट्रल रेलवे ने एक्स पर ये वीडियो शेयर करते हुए कहा कि उन्होंने इंस्टाग्राम हैंडल की पहचान कर लिया है. अब ट्रैवल डिटेल्स और सीसीटीवी की मदद से महिला को ढूंढा जाएगा और रेलवे अधिनियम की धारा 147(1) के तहत कार्रवाई की जाएगी.  

क्यों ट्रेन में केतली का इस्तेमाल नहीं कर सकते

रेलवे अधिकारियों ने कहा कि इलेक्ट्रिक केतली में 1000 से 2000 वॉट तक की बिजली इस्तेमाल होती है. जबकि ट्रेन के सॉकेट सिर्फ 15 से 20 वॉट के ही होते हैं. इन्हें मोबाइल और लैपटॉप जैसे छोटे उपकरणों की चार्जिंग के लिए बनाया जाता है. ट्रेन के सॉकेटों में 110V AC करंट होता है, जो घरेलू 220V-240V से बहुत कम है. ऐसे में ओवर लोडिंग की वजह से शॉर्ट सर्किट हो सकता है, जिससे बोगी में आग लग सकती थी. इससे ट्रेन की लाइटों, पंखों और एसी सिस्टम भी प्रभावित हो सकता था. केतली का इस्तेमाल अन्य यात्रियों के लिए खतरनाक हो सकता था. 

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