Dead Economy : क्या होती है 'डेड इकोनॉमी'? डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को क्यों बोला 'मृत अर्थव्यवस्था'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा कि मुझे परवाह नहीं कि भारत रूस के साथ क्या करता है. वो चाहें तो अपनी डूबती (मृत) अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ ले डूबें, मुझे क्या. हमारा भारत के साथ बहुत कम व्यापार है
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा कि मुझे परवाह नहीं कि भारत रूस के साथ क्या करता है. वो चाहें तो अपनी डूबती (मृत) अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ ले डूबें, मुझे क्या. हमारा भारत के साथ बहुत कम व्यापार है
What is Dead Economy : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले निर्यात पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है. इसके साथ ही रूस और ईरान से व्यापार करने पर जुर्माना भी लगाया गया है. ट्रंप द्वारा लगाए गए इस टैरिफ के बाद भारत-अमेरिका के रिश्तों में हलका तनाव महसूस किया जा रहा है. अमेरिका का नया टैरिफ 7 अगस्त से लागू माना जाएगा. इसके साथ ही अमेरिका ने भारत को डेड इकोनॉमी यानी मृत अर्थव्यवस्था कहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा कि मुझे परवाह नहीं कि भारत रूस के साथ क्या करता है. वो चाहें तो अपनी डूबती (मृत) अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ ले डूबें, मुझे क्या. हमारा भारत के साथ बहुत कम व्यापार है, उनके टैरिफ दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. वैसे ही, रूस और अमेरिका का भी लगभग कोई व्यापार नहीं है. इसे ऐसे ही रखें और मेदवेदेव, जो रूस के असफल पूर्व राष्ट्रपति है और अब भी खुद को राष्ट्रपति समझते हैं. ऐसे में हमारे लिए यह समझना जरूरी हो जाता है कि आखिर डेड इकोनॉमी यानी मृत अर्थव्यवस्था होती क्या है.
एक रिपोर्ट के अनुसार डेड इकोनॉमी एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें किसी भी देश की आर्थिक गतिविधियां यानी इकोनॉमिक एक्टिविटी बहुत कम या फिर लगभग शून्य हो जाती हैं. मतलब, प्रोडेक्शन, ट्रेड, इन्वेस्टमेंट और कंजप्शन जैसी आर्थिक गतिविधियां बहुत कम हो जाती हैं या बिल्कुल खत्म हो जाती हैं.
ऐसी स्थिति में किसी भी देश की सरकार और आर्थिक विशेषज्ञ डेड इकोनॉमी को पुनर्जीवित करने के अलग-अलग प्रयास करती हैं. इसके लिए कई तरह की नीतियों और कार्यक्रमों को शामिल किया जाता है. जैसे कि आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज, निवेश को बढ़ावा देना, और व्यापार को सुविधाजनक बनाना आदि.