/newsnation/media/media_files/qajV1GB1xibE7v8asllY.png)
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Image: X/@VPIndia)
Jagdeep Dhankhar News: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बांग्लादेश संकट (Bangladesh Crisis) पर विपक्षी नेताओं के बयानों को लेकर आगाह किया है. उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, ‘कुछ लोग ये नेरैटिव चला रहे हैं कि बांग्लादेश में जो हुआ, वह भारत में भी होगा, बेहद चिंताजनक है.’ साथ ही उन्होंने इमरजेंसी के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया है. बता दें कि बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसा भड़कने के बाद शेख हसीना सरकार का तख्तापलट हो गया.
'राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें लोग'
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज यानी शनिवार को राजस्थान हाईकोर्ट के प्लैटिनम जुबली समारोह में शामिल हुए है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे बांग्लादेश जैसी भारत में हिंसा फैलने की अफवाहों के प्रति सतर्क रहें. उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों पर ध्यान न देते हुए राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें.
Be on watch out!!
— Vice-President of India (@VPIndia) August 10, 2024
Efforts by some to infuse a narrative that what happened in our neighbourhood is bound to happen in our Bharat, is deeply concerning.
How can a citizen of this country having been a Member of Parliament, and the other who has seen enough of Foreign Service… pic.twitter.com/MWEoz1Ao1C
उपराष्ट्रपति ने कहा कि, ‘कुछ लोग नैरेटिव चला रहे हैं कि भारत में भी पड़ोसी देश जैसा घटनाक्रम दोहराया जाएगा. ये बेहद चिंताजनक है. इस देश का एक नागरिक जो संसद सदस्य रह चुका है, और दूसरा जो फॉरेन सर्विस में काफी कुछ देख चुका है, वह यह कहने में देर नहीं लगाता कि पड़ोस में जो हुआ, वह भारत में भी होगा!’
'कोर्ट नहीं झुकता तो इमरजेंसी नहीं लगती'
राज्यसभा में सभापति धनखड़ ने आगे कहा कि ऐसे लोग हमारे देश के लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं. ये राष्ट्रविरोधी ताकतें लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाई गईं तीनों प्रमुख संस्थाओं में घुसपैठ कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में इमरजेंसी का जिक्र भी किया था. इमरजेंसी को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को घरते हुए उन्होंने कहा कि तानशाही के आगे झुकी थी न्यायपालिका, कोर्ट अगर नहीं झुकता तो इमरजेंसी नहीं लगती.
ये भी पढ़ें: Explainer: क्या फिर डिप्टी CM बन सकते हैं मनीष सिसोदिया? जानिए क्या है इसमें कानूनी दावपेंच?