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पीएम मोदी और प्रेसिडेंट पुतिन Photograph: (X)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 4–5 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित शिखर बैठक न केवल रणनीतिक और कूटनीतिक सहयोग की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत के परिचय के तौर पर भी खास रही.
पीएम मोदी ने पुतिन को जिन उपहारों की सूची सौंपते हुए व्यक्तिगत रूप से कई वस्तुएं भेंट कीं, वे भारत की विविधता, परंपरा, कला और आध्यात्मिक धरोहर का सशक्त प्रतीक मानी जा रही हैं. कूटनीति की भाषा में उपहार अक्सर संबंधों की गर्मजोशी दर्शाते हैं, और इस सूची ने भारत–रूस साझेदारी की ऐतिहासिक मजबूती को फिर रेखांकित किया.
असम की चाय मतलब इंडिया का टेस्ट
उपहारों की शुरुआत असम ब्लैक टी से होती है, जो ब्रह्मपुत्र के मैदानों में उगाई जाती है और अपने गाढ़े माल्टी स्वाद तथा चमकदार रंग के लिए प्रसिद्ध है. 2007 में GI टैग प्राप्त इस चाय को उसकी संभावित स्वास्थ्यकारी विशेषताओं के कारण भी जाना जाता है. यह उपहार भारतीय कृषि परंपरा की समृद्धि और वैश्विक पहचान दोनों का प्रतिनिधित्व करता है.
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महाराष्ट्र की रजत आर्ट
महाराष्ट्र के दस्तकारों द्वारा बनाया गया चांदी का हस्तनिर्मित घोड़ा भी उपहार सूची में शामिल रहा. यह घोड़ा मर्यादा और वीरता का प्रतीक माना जाता है, जो भारतीय और रूसी दोनों संस्कृतियों में आदरणीय गुण हैं. इसकी आगे बढ़ती मुद्रा को भारत–रूस साझेदारी की निरंतर प्रगति का रूपक बताया गया. यह उपहार शिल्पकला और कूटनीतिक संदेश का सुंदर मेल माना जा रहा है.
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कश्मीरी केसर की महक
कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में उगने वाला केसर जिसे स्थानीय भाषा में कोंग या जफरान कहा जाता है. दुनिया भर में अपनी गंध, रंग और स्वाद के लिए मशहूर है. GI टैग प्राप्त यह ‘रेड गोल्ड’ न केवल स्वास्थ्य लाभ के लिए जाना जाता है, बल्कि कश्मीर की पारंपरिक कृषि और सांस्कृतिक पहचान का प्रमुख हिस्सा भी है.
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मुर्शिदाबाद की चांदी का चाय सेट
राष्ट्रपति पुतिन को केवल चाय ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की जटिल नक्काशीदार चांदी की चाय सेट भी उपहार में दी गई. यह कलाकृति बंगाल की समृद्ध शिल्प परंपरा को दर्शाती है. चाय संस्कृति भारत और रूस दोनों में अत्यंत महत्वपूर्ण है, और यह उपहार प्रधानमंत्री मोदी की विनम्र पृष्ठभूमि एक चाय विक्रेता से देश के सर्वोच्च पद तक के सफर की प्रतीकात्मक याद भी दिलाता है.
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रूसी भाषा में गीता की प्रति
मोदी ने पुतिन को श्रीमद्भगवद्गीता की रूसी भाषा में एक प्रति व्यक्तिगत रूप से भेंट की. महाभारत का यह महत्वपूर्ण हिस्सा कर्तव्य, आत्मा और आध्यात्मिक उत्थान की शिक्षाओं पर आधारित है. रूसी अनुवाद के माध्यम से यह ग्रंथ विश्वभर के पाठकों के लिए सुलभ होता है और सांस्कृतिक आध्यात्मिक संवाद को बढ़ावा देता है.
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उत्तर प्रदेश का संगमरमर शतरंज सेट
आगरा के कारीगरों द्वारा निर्मित संगमरमर का शतरंज सेट इस सूची का एक और आकर्षण रहा. इसमें महीन पच्चीकारी, विरोधात्मक पत्थरों से बने मोहरे और पुष्पांकन से सजे बोर्ड शामिल हैं. यह उपहार उत्तर भारत के शिल्प कौशल की सुंदरता के साथ-साथ कार्यात्मक कला का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है.
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