प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है. महाकुंभ में अब तक 54 करोड़ से ज्यादा लोगों ने मां गंगा में डुबकी लगाई. इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया है. महाकुंभ को उन्होंने 'मृत्युकुंभ' बताया है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस के भाषण का जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि महाकुंभ मृत्युकुंभ में बदल गया है. विधानसभा में उन्होंने कहा कि मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं. मैं पवित्र गंगा मईयां का सम्मान करती हूं. लेकिन कोई योजना नही है. महाकुंभ में अमीरों और वीआईपी लोगों के लिए एक लाख रुपये तक के टेंट की व्यवस्था है कि लेकिन गरीब के लिए कुछ नहीं. मेलों में भगदड़ की स्थिति आम है लेकिन इसकी व्यवस्था करना महत्वपूर्ण है. आपने इसके लिए क्या योजना बनाई.
खरगे ने भी महाकुंभ को लेकर दिया था विवादित बयान
ममता बनर्जी से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी एक विवादित बयान दिया था. उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूछा था कि क्या गंगा में डुबकी मारने से गरीबी दूर होती है? क्या आपको गंगा में डुबकी लगाने से खाना मिलता है? मैं किसी भी व्यक्ति की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. लेकिन आप बताइये बच्चा भूख से मर रहा है, वह स्कूल नहीं जा पा रहा है, मजदूर को मजदूरी नहीं मिल रही है, ऐसे वक्त में लोग हजारों रुपये खर्च करके कंप्टीशन में डुबकी मार रहे हैं. ऐसे में देश की भलाई नहीं होगी.
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में 30 लोगों की मौत
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई थी, जिस वजह से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. दरअसल, मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में भारी भीड़ हुई थी. इस दौरान, संगम तट से पहले बने द्वार के पास रात करीब एक बजे हालत खराब हो गई थी.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 12 मौत
इसके अलावा, हाल ही में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी भगदड़ मची थी. इस वजह से 18 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. हादसे की वजह अब सामने आ गई है. आरपीएफ ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया कि हादसा स्पेशल ट्रेन का प्लेटफॉर्म चेंज करने की घोषणा करने के वजह से हुई है.