West Bengal: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर जवानों ने सतर्कता दिखाते हुए तस्करी के एक बड़े प्रयास को नाकाम कर दिया. अपराधियों के पास से 21 लाख बांग्लादेशी टका, 340 बोतल फेंसेडिल और 11 किलोग्राम गांजा बरामद किए गए हैं. यह कार्रवाई सीमा पर जवानों की सतर्कता और और त्वरित प्रतिक्रिया की वजह से संभव हो सकी है. उन्होंने संदिग्ध गतिविधि की सूचना देते हुए तुरंत कार्रवाई की. इस दौरान तस्करों की योजना को विफल कर दिया.
तस्करों को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई
नादिया जिले में भारत-बांग्लादेश अंतराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ की 161 बटालियन की सीमा चौकी गोंगरा के जवानों को 8 जून को गुप्त सूचना मिली. सीमा चौकी के इलाके से अवैध वस्तुओं की तस्करी हो सकती है. खुफिया जानकारी के अनुसार, सीमा चौकी के जवानों ने तस्करों को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई. यहां पर संवेदनशील स्थानों पर जाल बिछाया गया. इस दौरा सुबह के करीब तीन बजे उन्हें बाड़ के करीब संदिग्ध गतिविधियां नजर आईं. यहां पर कई तस्कर केले के बगीचे में छिपे हुए थे. यहां पर जवान तुरंत हरकत में आ गए. संदिग्धों को घेरने का प्रयास किया.
बीएसएफ जवानों से घिर जाने के एहसास होने पर तस्कर घबरा गए. अंधेरे तथा घने केले के बागानों का लाभ उठाकर भागने में सफल हो गए. तलाशी के वक्त मौके से 21 लाख टाका की बांग्लादेशी मुद्रा, 340 बोतल फेंसेडिल और 11 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया.
बरामद सभी सामान जब्त किया
सीमा पर तस्करी की घटनाएं क्षेत्र में एक गंभीर चुनौती बनी हुई हैं. बांग्लादेशी मुद्रा, मादक पदार्थ और अन्य अवैध सामानों की तस्करी न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाती है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है. बीएसएफ ने इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए अपनी रणनीति को और सख्त करने का संकल्प लिया है. स्थानीय प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए संयुक्त अभियान भी चलाए जा रहे हैं.