Weather Updates: देश के विभिन्न हिस्सों में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है. हिमालयी क्षेत्रों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर, पूर्वी, पूर्वोत्तर और मध्य भारत में मौसम में अस्थिरता देखी जा रही है. यही कारण है कि देश के कई राज्यों में इन दिनों गर्मी जगह बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है. कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि से लोगों को दिक्कत हो रही है. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले कुछ दिनों में कई राज्यों में तेज बारिश, आंधी, तूफान और ओलावृष्टि देखने को मिल सकती है.
कब तक ऐसा ही रहेगा मौसम का मिजाज
आईएमडी के मुताबिक आने वाले चार से पांच दिन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने की उम्मीद है. इस दौरान तेज हवाओं के साथ-साथ लोगों को बारिश और कुछ जगहों पर ओलावृष्टि का भी सामना करना पड़ेगा. खासकर 5 से 9 मई के बीच मौसम के मिजाज में बड़ा बदलाव होने की संभावना जताई गई है.
इन इलाकों में बदल रही मौसम की चाल
मौसम विभाग के मुताबिक जिन राज्यों में मौसम की चाल बदल रही है उनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्य शामिल हैं. यहां पर 5 मई से तेज हवा के साथ हल्की से भारी बारिश का आलम बना रहेगा. हालांकि इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. कई जगहों पर हवा की रफ्तार 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है.
ऑरेंज अलर्ट हुआ जारी
दिल्ली और आसपास के इलाकों में 5 मई को भारी बारिश के साथ आंधी का अनुमान है. मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 6 मई तक गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं. इन इलाकों में बिजली गिरने और पेड़ों के गिरने जैसी घटनाएं होने की भई संभावनाएं हैं.
वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 5 मई को 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से आंधी चलने का पूर्वानुमान है. विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी 5 और 6 मई को तेज हवा और बारिश के आसार हैं. इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत, विशेषकर असम और मेघालय में 5 से 8 मई के बीच भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भी अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं.
आईएमडी का अलर्ट
आईएमडी की ओर से विशेष रूप से उन क्षेत्रों में सावधानी बरतने की अपील की है जहां तेज हवा और बिजली गिरने की संभावना है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले मैदानों से दूर रहें, पेड़ों और बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों और आवश्यक न हो तो यात्रा से बचें.
वहीं कृषि क्षेत्र पर भी इस मौसमी बदलाव का असर पड़ सकता है. फसल कटाई के इस मौसम में तेज हवा और बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है. किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल और कृषि यंत्रों को सुरक्षित स्थानों पर रखें.
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