Weather News: आखिर कब पड़ेगी काम की सर्दी? ठंड को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी ने चौंकाया

एक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर के शुरुआती दिनों में मौसम का जैसा मिजाज देखने को मिल रहा है, वह 2011 के बाद कभी नहीं देखा गया. यही वजह है कि इस बार दिसंबर का पहला हफ्ता पिछले 10 सालों में सबसे गर्म दर्ज किया जा सकता है.

एक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर के शुरुआती दिनों में मौसम का जैसा मिजाज देखने को मिल रहा है, वह 2011 के बाद कभी नहीं देखा गया. यही वजह है कि इस बार दिसंबर का पहला हफ्ता पिछले 10 सालों में सबसे गर्म दर्ज किया जा सकता है.

author-image
Mohit Sharma
New Update
Weather News Update

Weather News: आखिर कब पड़ेगी काम की सर्दी? ठंड को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी ने चौंकाया

Weather News: राष्ट्रीय  राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दी का दौर शुरू हो चुका है, लेकिन लोगों को अभी भी कड़ाके की ठंड का इंतजार है. दिसंबर महीने की शुरुआत के बावजूद भी देश के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है. ज्यादातर राज्यों में अभी भी मिनिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा बना हुआ है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सामान्यतः दिसंबर महीने की शुरुआत में अधिकतम तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहता है,  लेकिन इस बार टेंपरेचर  26 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने का नाम नहीं ले रहा है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक मैग्जीमम टेंपरेचर 26 डिग्री या उसके आसपास बना रह सकता है. 

क्यों नहीं बदल रहा मौसम का मिजाज

Advertisment

एक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर के शुरुआती दिनों में मौसम का जैसा मिजाज देखने को मिल रहा है, वह 2011 के बाद कभी नहीं देखा गया. यही वजह है कि इस बार दिसंबर का पहला हफ्ता पिछले 10 सालों में सबसे गर्म दर्ज किया जा सकता है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पिछले दो महीनों (अक्टूबर और नवंबर) में बारिश न पड़ने के कारण उत्तर भारत में सर्दी की शुरुआत देरी से हो रही है. हालांकि 15 दिसंबर के बाद सर्दी बढ़ने की संभावना जताई जा रहा है. माना जा रहा है कि 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच काम की सर्दी पड़ेगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सर्दी में इजाफे के लिए अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में बारिश का होना सबसे जरूरी है. लेकिन यह पूरी तरह से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पर निर्भर करता है. इस साल वेस्टर्सन डिस्टर्बेंस के कमजोर होने की वजह से उत्तर भारत में मौसम प्रभावित नहीं पा रहा है. 

सर्दी न बढ़ने के पीछे ये बड़ा कारण

उत्तर भारत में ठंड न बढ़ने के पीछे भी पश्चिमी विक्षोभ का कमजोर होना ही माना जा रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार तटीय आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, बिहार और वेस्ट बंगाल के तटीय इलाकों में न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है. 

Weather Update Weather News Hot Weather news in hindi Weather News in Hindi today weather news in hindi
Advertisment