Waqf Bill: लोकसभा में वक्श संशोधन विधेयक पेश कर दिया गया है. 8 घंटे की लंबी चर्चा के बाद इसके पारित होने की भी संभावना है. मुस्लिम समाज का एक गुट इस बिल का जहां समर्थन कर रहा है तो वहीं दूसरा गुट इसके विरोध में है. वहीं एनडीए के पास इस बिल को पारित कराने के लिए संख्या बल भी पर्याप्त बताया जा रहा है. सहयोगी दलों ने बीजेपी को इस बिल के लिए अपना समर्थन दे दिया है. हालांकि इस बिल को लेकर सदन में तीखी बहस भी जारी है. इन सबके बीच यह जान लेते हैं कि आखिर ये वक्फ शब्द आया कहां से और इसका क्या इतिहास है.
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024 को लेकर देशभर में चर्चा तेज हो गई है. यह विधेयक वक्फ से जुड़े पुराने कानूनों में संशोधन के लिए लाए जा रहे हैं और इसके तहत कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जाने की संभावना है.
वक्फ का अर्थ और उसका इतिहास
वक्फ शब्द अरबी भाषा से लिया गया है, जिसका मूल "वकूफ़ा" है, जिसका अर्थ होता है रोकना, ठहराना या प्रतिबंधित करना. इस्लाम में, वक्फ किसी संपत्ति को जन-कल्याण और धार्मिक उद्देश्यों के लिए समर्पित करने की प्रक्रिया को कहा जाता है. यह संपत्ति गरीबों की मदद, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और धार्मिक गतिविधियों के लिए उपयोग की जाती है.
ब्रिटिश शासन के दौरान वक्फ बोर्ड की स्थापना 1913 में हुई थी, लेकिन इसे कानूनी मान्यता वक्फ अधिनियम, 1923 के तहत मिली. बाद में, वक्फ अधिनियम, 1995 पारित किया गया, जिससे देश में वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके.
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024: क्या है इसका उद्देश्य?
8 अगस्त 2024 को लोकसभा में पेश किया गया वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 मुख्य रूप से मुसलमान वक्फ अधिनियम, 1923 और वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन करने के लिए लाया गया है. इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्ड के प्रबंधन में पारदर्शिता लाना, वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और अनियमितताओं को रोकना है.
संशोधन में मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रावधान शामिल हो सकते हैं:
- वक्फ संपत्तियों का डिजिटलीकरण और रिकॉर्ड मैनेजमेंट
- वक्फ संपत्तियों की जानकारी को डिजिटल रूप में संग्रहीत किया जाएगा, ताकि धोखाधड़ी और विवादों को रोका जा सके।
- प्रत्येक संपत्ति का यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर (UIN) होगा, जिससे इसकी पहचान आसानी से हो सके।
- वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली में सुधार
- वक्फ बोर्ड में नई गवर्नेंस प्रणाली लागू की जाएगी ताकि निर्णय प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाया जा सके।
- बोर्ड के सदस्यों की नियुक्ति में योग्यता और निष्पक्षता को प्राथमिकता दी जाएगी।
वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर रोक
अगर किसी संपत्ति का उपयोग गलत तरीके से किया जाता है, तो सरकार को सीधे हस्तक्षेप करने का अधिकार होगा. इस विधेयक में उन नियमों को सख्त किया जा सकता है, जो वक्फ संपत्तियों को अवैध कब्जे से बचाने से संबंधित हैं.
मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024
इस विधेयक का उद्देश्य कुछ पुराने और अप्रचलित प्रावधानों को समाप्त करना है, ताकि वक्फ कानून अधिक प्रभावी हो सके. इसमें वे नियम शामिल हो सकते हैं, जो आधुनिक समय में प्रासंगिक नहीं हैं और जो वक्फ संपत्तियों के पारदर्शी प्रबंधन में बाधा डालते हैं.