यूपी के किसानों को मिला अनोखा जापानी तोहफा, नई तकनीक से बिना मिट्टी के उगा सकेंगे चेरी टमाटर

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) के वैज्ञानिकों ने इस नई फिल्म फार्मिंग तकनीक पर शोध किया और इसमें शानदार सफलता हासिल की है.

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) के वैज्ञानिकों ने इस नई फिल्म फार्मिंग तकनीक पर शोध किया और इसमें शानदार सफलता हासिल की है.

author-image
Manoj Sharma
New Update
tomato

tomato Photograph: (social media)

बात यदि आधुनिक तकनीक की हो, तो जापान का स्थान दुनिया में काफी आगे है. इस मामले में एशिया के अधिकांश देशों को तो जापान काफी पीछे छोड़ चुका है. जापानी अपने तकनीकी कौशल को बाकी देशों के साथ भी साझा करते रहे हैं. हाल ही में जापान ने उत्तर प्रदेश के किसानों को एक अनोखा तोहफा दिया है. अत्याधुनिक जापानी तकनीक का इस्तेमाल करके अब बिना मिट्टी के भी चेरी टमाटर को उगाना संभव हो जाएगा. इस तकनीक की मदद से यूपी के किसान बिना मिट्टी के ही केवल एक खास तरह की फिल्म का उपयोग करके ही चेरी टमाटर उगा सकेंगे. चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) के वैज्ञानिकों ने इस नई फिल्म फार्मिंग तकनीक पर शोध किया और इसमें शानदार सफलता हासिल की है.

चेरी टमाटर की फसल उगाने में नहीं पड़ेगी मिट्टी की जरूरत

Advertisment

फिल्म फार्मिंग तकनीक की वजह से चेरी टमाटर उगाने के लिए मिट्टी की जरूरत खत्म हो गई है. इसके साथ ही चेरी टमाटर की खेती करने के लिए पानी की आवश्यकता भी 75 फीसदी तक कम हो गई है. शोध में GABA नामक एक खास यौगिक का इस्तेमाल किया गया था, जो टमाटर के पौधों को मुरझाने नहीं देता. एक अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार सीएसए विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजीव ने बताया कि इस विधि से रेगिस्तानी या पथरीली जमीनों पर भी फसलों को उगाया जा सकता है.

जापानी तकनीक से उगेंगे स्वादिष्ट टमाटर

शोध में यह भी पाया गया कि जापानी तकनीक से उगाए गए चेरी टमाटर स्वाद में भी सामान्य टमाटरों का मुकाबला करते हैं और उनमें ज्यादा मिठास भी होती है. चेरी टमाटर को उगाने के काम में एक खास तरह की हाइड्रोजन मेम्ब्रेन से बनी पॉलीथीन शीट का इस्तेमाल किया जाता है. इस शीट को एक से दो हजार वर्ग मीटर के इलाके में बिछाया जाता है, जिसके नीचे थर्मोकोल की एक परत लगी हुई होती है. इसी शीट पर कोकोपीट रखकर पौधे फगाए जाते हैं. 

जापानी कंपनियां भविष्य में भी करेंगी मदद

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जापान के तकनीकी विशेषज्ञ आगामी दो साल तक सीएसए विश्वविद्यालय को ये खास तरह की शीट मुफ्त में उपलब्ध कराएंगे. मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि जापान के तकनीकी विशेषज्ञ सीएसए विश्वविद्यालय परिसर में एक मॉडल फार्म बनाने की तैयारी कर रहे हैं. जापान की कई कंपनियां बिना मिट्टी के चेरी टमाटर उगाने की तकनीक में और मदद करन के लिए इच्छुक नजर आ रही हैं और लगातार संपर्क स्थापित कर रही हैं.

Newsnationlatestnews newsnation CSA tomato Japanese Uttar Pradesh
Advertisment