मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासी महिलाओं के साथ खटिया चौपाल लगाई और उनके बीच सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को साझा करते हुए उनकी बात सुनी।
मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार की रात को अनूपपुर जिले के जनजातीय बाहुल्य विधानसभा पुष्पराजगढ़ के ग्राम पोडकी में खटिया चौपाल में जन संवाद किया।
इसमें बैगा समुदाय के लोग, लाडली बहनें तथा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना सेना के सदस्य, स्व-सहायता समूह की महिलायें, ग्रामीण पेशा मोबलाइजर, जन सेवा मित्रोँ तथा महाविद्यालयीन विद्यार्थियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने लाड़ली बहनों एवं लाड़ली सेना के सदस्यों से बात करते हुए कहा कि लाडली बहना योजना बनाने के पीछे मंशा यह थी कि महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बने तथा वे अपनी छोटी मोटी जरूरतो की पूर्ति कर सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर महिला को आजीविका स्व-सहायता समूह से जोड़ने का अभियान चला रखा है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रदेश के ऐसे टोल नाके जिनकी वार्षिक व्यवसाय दो करोड़ रुपये है संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
उन्होंने कहा, लाड़ली बहना योजना का लाभ अब 21 वर्ष की विवाहित महिलाओं तथा ऐसे परिवार जिनके पास ट्रेक्टर है, को भी मिल सकेगा। सभी महिलाएं सम्मान के साथ जिंदगी बिताये यही मेरा लक्ष्य है।
कार्यक्रम में लाडली बहना सेना की सदस्य सरिता सिंह, रुक्मणि बाई, लक्ष्मी बाई ने लाड़ली बहना योजना की राशि का उपयोग खेती के काम में, बच्चों की पढ़ाई, सिलाई मशीन खरीदकर सिलाई का काम शुरू करने के बात कही।
स्व-सहायता समूह की ओर से लल्ली बाई श्याम ग्राम अमगवा ने बताया कि वह स्व सहायता समूह से कर्ज लेकर पहले किराना की दुकान, फिर मनिहारी की दुकान, फिर मुख्यमंत्री स्व रोजगार योजना का लाभ लेकर बुलेरो पिकअप खरीदी। अब 50 हजार की मासिक आय प्राप्त कर रही है।
इसी तरह ग्राम हर्राटोला की ममता चंद्रवंशी ने कहा कि आजीविका मिशन ने जिन्दगी बदल दी है अब वह 20 हजार रुपये की मासिक आय प्राप्त कर रही है।
सरस्वती पाटले बघरा ने बताया कि वह 45 हजार रुपये की मासिक आय प्राप्त कर रही है।
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Source : IANS