देश में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी सेक्टर्स को लेकर बड़े ऐलान किए हैं. यहां तक कि उन्होंने अपने पिटारे से आम जनता के लिए कई सौगातें निकाली, जिससे मिडिल क्लास से लेकर किसान और महिलाओं से लेकर युवाओं को बड़ी राहत मिली. यहां तक कि उन्होंने 82 सामानों से सेस को भी हटा दिया है, जिसके बाद अब आम जनता के इस्तेमाल में आने वाली 82 चीजों के दाम अब कम होते जा रहे हैं. जिससे लोगों को बड़ी राहत मिली है.
टोल को लेकर क्या योजना बना रही सरकार
वहीं, दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी ऐसा प्लान तैयार कर लिया है, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. नेशनल हाईवे से सफर करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी होगी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सड़क और परिवहन मंत्रालय एक यूनिफॉर्म टोल पॉलिसी पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि अब भारत का हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका से मैच करता है. दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि नेशनल हाईवे पर ज्यादा टोल चार्ज और खराब सड़कों के कारण लोगों में असंतोष रहता है. इस पर नितिन गडकरी ने कहा कि हम यूनिफॉर्म टोल पॉलिसी पर काम कर रहे हैं. इससे यात्रियों को होने वाली समस्या दूर हो जाएगी.
नितिन गडकरी ने समझाया प्लान
आपको बता दें कि नितिन गडकरी अब तक के सबसे लंबे कार्यकाल वाले सड़क परिवहन मंत्री हैं. उन्होंने कहा है कि मंत्रालय ने शुरुआत में नेशनल हाईवे पर बैरियर रहित ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम बेस टोल कलेक्शन सिस्टम लागू करने का फैसला लिया है. गडकरी ने कहा कि वह सोशल मीडिया पर लोगों की तरफ से मिलने वाली शिकायतों को काफी सीरियस लेते हैं और जिम्मेदार कांट्रैक्टर के खिलाफ कड़ी कारवाई भी करते हैं. ट्रैफिक का लगभग 60 प्रतिशत प्राइवेट कारों से आता है. लेकिन टोल रिवेन्यू इन व्हीकल से मुश्किल से 2026 फीसद ही है. हाल ही में टोल चार्ज के बढ़ने और ज्यादा हिस्सों के टोलिंग सिस्टम में आने से सफर करने वाले लोगों में असंतोष है.
क्या है टोल कलेक्शन का रिकॉर्ड
2023 और 24 में भारत का कुल टोल कलेक्शन 54809 करोड़ था जो पिछले साल के मुकाबले 35 प्रतिशत था. 2019-20 में महज 2503 करोड़ का टोल कलेक्शन होता था. नेशनल हाईवे पर सभी टोल प्लाजा नेशनल हाईवे फी नियम 2008 के अंतर्गत स्थापित किए जाते हैं.