पश्चिम बंगाल चिड़ियाघर प्राधिकरण व राज्य वन विभाग ने सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी पार्क में दो बाघ शावकों की मौत के लिए मां बाघिन को जिम्मेदार ठहराया है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 12 जुलाई को जन्म के बाद से दोनों शावक आनुवंशिक जनित बीमारियों से पीड़ित थे। बंगाल, सफारी पार्क की एकमात्र अल्बिनो बाघिन कीका अपने शावकों की देखभाल में भी लापरवाही बरत रही थी, इसके कारण आनुवंशिक जनित बीमारियों से पीडि़त शावकों की मौत हो गई।
रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए, राज्य के वन मंत्री ज्योति प्रिया मल्लिक ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इसमें कोई चूक नहीं हुई है।
मलिक ने कहा,“फिर भी मैंने मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मैं 26 अगस्त को बंगाल सफारी पार्क का दौरा करूंगा और व्यक्तिगत रूप से मामले की जांच करूंगा।”
12 जुलाई को कीका ने अपने बाड़े में दो शावकों को जन्म दिया। इनमें से एक की अगले ही दिन और दूसरे की शुक्रवार को मौत हो गई।
बंगाल सफ़ारी पार्क अक्सर जानवरों की मौत की खबरों के कारण सुर्खियों में रहा है।
पिछले साल दिसंबर में, चित्तीदार हिरणों की हो रही मौतों को लेकर बंगाल सफारी पार्क के अधिकारियों की तीखी आलोचना हुई थी।
दो महीनों में 27 चित्तीदार हिरण मर गए थे।
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Source : IANS