Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता में तीनों सेनाओं ने ऐसे बैठाया तालमेल, पाकिस्तान को नहीं दिया कोई मौका

Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता को लेकर सोमवार को तीनों सेनाओं की एक संयुक्त प्रेसवार्ता हुई. इस दौना पाकिस्तान को मिले करारे जवाब के पीछे तैयारियों का पूरा ब्योरा दिया गया. 

Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता को लेकर सोमवार को तीनों सेनाओं की एक संयुक्त प्रेसवार्ता हुई. इस दौना पाकिस्तान को मिले करारे जवाब के पीछे तैयारियों का पूरा ब्योरा दिया गया. 

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Mohit Saxena
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dgmo press conference Photograph: (social media)

Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता को लेकर सोमावार को तीनों सेनाओं ने एक संयुक्त प्रेसवार्ता की. इस दौरान पाकिस्तान को मिले करारे जवाब का ब्योरा दिया गया. एयर मार्शल ए.के.भारती ने बताया कि हमारे एयर​ डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के हमलों को मजबूत दीवार की तरह रोक दिया. उन्होंने बताया कि सेना ने पूरी तैयारी कर रखी थी. हमारे पास बेहतर लड़ाकू विमान और लंबी दूरी की मिसाइलें हैं जो किसी भी टार्गेट को ध्वस्त कर सकती हैं. इस दौरान भारतीय सेना ने सॉफ्ट और हार्ड-किल एंटी-यूएवी सिस्टम का उपयोग करके कई पाकिस्तानी ड्रोन और यूएवी को बेअसर कर दिया.  उन्होंने बताया कि उन्नत हथियारों की खरीद के लिए सरकार से लगातार बजटीय और नीतिगत समर्थन मिला है.

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ऐसे किया खतरों का मुकाबला

चीन में बनी हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें पीएल-15 कथित तौर पर लक्ष्य से चूक गईं. इनका मजबूती से मुकाबला किया गया. लंबी दूरी के रॉकेट, लोइटर म्यूनिशन और तुर्की में निर्मित यही प्रणालियों को पूरी तरह से बेअसर किया गया. भारतीय प्रणालियों की ओर से क्वाडकॉप्टर को मार गिराए जाने के सबूत दिखाए गए हैं. 

सेना ने की आक्रामक कार्रवाई

एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया किस तरह से 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आक्रामक कार्रवाई की. आइए समझते हैं बिंदुओं में:   

● पाकिस्तान के कोने-कोने में लक्षित हवाई हमले किए गए.
● नूर खान एयर बेस - वीडियो साक्ष्य दिखाए गए.
● रहीमयार खान एयर बेस - रनवे पर बना एक गड्ढा.

इन शब्दों में बताया ऑपरेशन का लक्ष्य 

विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीति.
बोले राम सकोप तब, भय बिनु होय ना प्रीति.

अर्थ- जब विनम्रता (विनय) काम नहीं करती है, तो क्रोध और भय का प्रयोग करना आवश्यक हो सकता है, ताकि मन में प्रेम और सद्भाव उत्पन्न हो सके.

प्रेसवार्ता में भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को  लेकर इन बातों का जिक्र किया.  

● हवाई रक्षा कार्रवाइयों को सही-सही ऑपरेशनल संदर्भ में समझना चाहिए.

● आतंकवादी रणनीति के तहत अब नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है (जैसे 2024 में जम्मू के शिवखोरी के हमले और पहलगाम के हमले).

● भारत ने एलओसी या अंतरराष्ट्रीय (आईबी) को पार नहीं किया- रक्षा हमारे क्षेत्र के भीतर से की गई.

ऑपरेशन के खास बिंदु:

●  9-10 मई: बहुस्तरीय हुवाई रक्षा ग्रिड ने ड्रोन हमले का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया.

●  पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) के ड्रोन इस रक्षा ग्रिड को भेद नहीं पाए.

●  उद्धृत संदर्भ: "राख से राख, धूल से धूल"- ड्रोन को पूरी तरह से बेअसर करने और हमारे स्थानों तक पहुंचने और नुकसान पहुंचाने से पूरी तरह रोका गया. 

● कुछ ड्रोन को कंधे से दागे जाने वाले हथियारों से मार गिराया गया.

● बिना हथियार वाले हवाई सिस्टम (यूएएस) को भी बेअसर कर दिया गया.

● डीजी से लेकर सैनिकों तक ने बीएसएफ की भूमिका की प्रशंसा की.

नौसेना की कार्रवाई

इस दौरान वाइस एडमिरल ए. एन. प्रमोद, एवीएसएम ने ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना की कार्रवाई के बारे में पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किस तरह से पाकिस्तान पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया. नौसेना इस तरह से मुस्तैदी दिखाई. 

● समुद्री बलों की ओर से लगातार निगरानी करने, ​​पता लगाने के साथ-साथ पहचान सुनिश्चित की गई.
● खतरों के सामने आने पर उनका जवाब देने के लिए कई सेंसर और खुफिया इनपुट का इस्तेमाल किया गया.
● ड्रोन, मिसाइलों और विमानों से खतरों से बचाव करते हुए एक लेयर फ्लीट बेड़े की वायु रक्षा प्रणाली के तहत ऑपरेशन किया गया.

DGMO Operation Sindoor DGMO Rajiv Ghai
      
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