मणिपुर शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. अब कामजोंग जिले में भीड़ ने असम राइफल्स के एक अस्थायी शिविर पर हमला बोल दिया. इस दौरान कैंप को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर डाला. बताया जा रहा है कि उत्पीड़न और लकड़ी की ढुलाई पर प्रतिबंध के विरोध में ये प्रदर्शन हो रहा था. होंगबेई क्षेत्र में शिविर पर हमला करने वाले समूह के सदस्य नगा बहुल जिले के कसोम खुल्लेन ब्लॉक के थे. वहीं मणिपुर के दो गांवों में एक बार फिर कर्फ्यू लग गया है.
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लकड़ी की ढुलाई पर रोक लगाई
अधिकारियों के अनुसार, तनाव उस समय बढ़ गया जब असम राइफल्स के जवानों ने कसोम खुल्लेन में घर निर्माण को लेकर कथित तौर पर लकड़ी की ढुलाई पर रोक लगाई. उन्होंने बताया कि असम राइफल्स के जवानों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और हवा में गोलियां चलाईं.
अस्थायी शिविर को क्षतिग्रस्त कर दिया
अधिकारी के मुताबिक, बाद में भीड़ ने अर्धसैनिक बल के अस्थायी शिविर को क्षतिग्रस्त कर दिया और मांग की कि उसे इलाके से हटा दिया जाए. उन्होंने कहा कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आपको बता दें कि बीते कई महीनों से दोनों समुदाय के बीच भिड़ंत हो रही है. इस दौरान कई हिंसक घटनाएं हुई है. इस वजह से कई लोगों की जान चली गई है.