मेघालय में हनीमून के दौरान अपने पति की हत्या करने वाली इंदौर की महिला सोनम एक और योजना भी तैयार की थी. मगर वह इसमें सफल नहीं हो पाई. राजा रघुवंशी के सामने उसने शर्त रखी थी कि वह उससे शारीरिक संबंध कमाख्या मंदिर में पूजा करने के बाद ही बनाएगी. जांच में सामने आया कि है कि पीड़ित अपनी शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं थी. उसका पहले से ही पिता की फर्म में काम करने वाले कर्मचारी राज कुशवाह के साथ संबंध था.
नवविवाहित जोड़े ने हनीमून के लिए गुवाहाटी और उसके पास मेघायल की यात्रा की योजना बनाई थी. जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया,"सोनम ने अपने पति राजा को समझाया कि शादी से पहले उन्हें कामाख्या देवी मंदिर में प्रसाद चढ़ाना होगा." सोनम और राजा की शादी 11 मई को इंदौर में हुई. वे 20 मई को असम के गुवाहाटी से होते हुए मेघालय पहुंचे. तीन दिन बाद वे नोंग्रियाट गांव में एक होमस्टे से चेक आउट करने के कुछ घंटों बाद ही पूर्वी खासी हिल्स जिले में लापता हो गए. राजा का शव 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के करीब एक घाटी में मिला. वहीं सोनम 9 जून तक लापता रही. बाद में वह रहस्यमय तरीके से यूपी के गाजीपुर में मिली.
नोंग्रियाट के घने जंगलों में ले जाने के लिए मजबूर किया
अधिकारी ने कहा कि सोनम ने अपने पति को नोंग्रियाट के घने जंगलों में ले जाने के लिए मजबूर किया. उसका मानना था कि जिन हत्यारों को सुपारी दी थी, उनके पास राजा मारने का बेहतर मौका होगा. लेकिन 22 मई और 23 मई को नोंग्रियाट में बहुत सारे पर्यटक ट्रेकिंग कर रहे थे, ऐसे में वे उसे वहां नहीं मार सके," अधिकारी के अनुसार,"उन्होंने आखिरकार उसे वेइसाडोंग फॉल्स के पास मार डाला. उसके शव को गहरी खाई में फेंक दिया.
पुलिस के अनुसार, हत्यारे 21 मई को गुवाहाटी पहुंचे थे. उन्होंने गुवाहाटी में अपने होटल के बाहर से एक चाकू खरीदा और फिर सड़क मार्ग से शिलांग पहुंचे. इस दौरान, सोनम अपने बॉयफ्रेंड राज के संपर्क में रही. उसने कॉन्ट्रैक्ट किलर के साथ तालमेल बिठाया.
पर्यटक टैक्सी किराए पर ली
बताया जा रहा है कि राजा की हत्या के समय सोनम वहीं पर थी. उसने मावकडोक से शिलांग तक टैक्सी ली और फिर पकड़े जाने से बचने के लिए कई ट्रेनों में सवार होने से पहले गुवाहाटी के लिए पर्यटक टैक्सी किराए पर ली. इस बीच, सोनम के भाई गोविंद का कहना है कि उसे पूरा यकीन है कि उसने अपने पति की हत्या की है.