बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) की प्रक्रिया जारी है. चुनाव आयोग के 24 जून 2025 के निर्देशों के अनुसार यह काम चल रहा है. जिसके तहत 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित होने वाले ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में उन्हीं लोगों के नाम शामिल होंगे, जिन्होंने अपने नामांकन प्रपत्र (Enumeration Form) जमा किए हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक सोमवार शाम 6 बजे तक 2,87,98,460 नामांकन प्रपत्र प्राप्त हो चुके हैं, जो 7.90 करोड़ (7,89,69,844) पंजीकृत मतदाताओं का 36.47% है. खास बात ये है कि पिछले 24 घंटों में ही 1,18,49,252 फॉर्म एकत्र किए गए हैं. जो अब तक का एक बड़ा आंकड़ा माना जा रहा है. फॉर्म जमा करने की अंतिम तारीख तक अभी 18 दिन शेष हैं.
डिजिटल अपलोडिंग का काम तेजी पर
साथ ही डिजिटल अपलोडिंग का काम भी तेजी से चल रहा है. करीब 7.90 करोड़ मतदाताओं में से 11.26% के फॉर्म ECINET पर अपलोड किए जा चुके हैं. इस काम में 77,895 बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की मदद कर रहे हैं. प्रक्रिया को और मजबूत करने के लिए 20,603 नए BLO भी तैनात किए जा रहे हैं. लगभग 4 लाख वॉलेंटियर — जिनमें सरकारी अधिकारी, एनसीसी, एनएसएस सदस्य जैसे युवा और अन्य संगठन शामिल हैं — बुजुर्ग, दिव्यांग, बीमार और कमजोर वर्गों को मदद पहुंचा रहे हैं.
खुद निगरानी कर रहे मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO)
इसके अलावा 243 विधानसभा क्षेत्रों में 239 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ERO), 963 सहायक ERO, 38 जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO) और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) खुद निगरानी कर रहे हैं. अलग-अलग राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1,54,977 बूथ लेवल एजेंट (BLA) भी फॉर्म भरवाने में महत्वपूर्ण सहयोग दे रहे हैं. चुनाव आयोग ने भरोसा जताया है कि इस व्यापक अभियान के चलते सभी योग्य मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में दर्ज हो जाएंगे और अपात्र या फर्जी नामों की पहचान कर उन्हें हटाने में भी मदद मिलेगी.