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EC ganesh kumar Photograph: (social media)
Election Commission Announcement: चुनाव आयोग ने जल्द पूरे देश में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) लागू करने का निर्णय लिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए देश भर में SIR की घोषणा की है. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) का दूसरा चरण शुरू किया जाएगा. इस चरण में मतदाता सूची के अपडेशन, नए वोटरों के नाम जोड़ने और त्रुटियों को सुधारने काम होगा.
दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, 'आज हम यहां पर स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) के दूसरे चरण की शुरुआत के ऐलान को मौजूद हैं. बिहार के मतदाताओं को शुभकामनाएं देता हूं. उन 7.5 करोड़ मतदाताओं को नमन करता हूं. उन्होंने इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाई और इसे सफल बनाया.' उन्होंने आगे बताया कि आयोग ने देश के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चुनाव अधिकारियों से मिलकर प्रक्रिया को लेकर विस्तार से चर्चा की है.
इन 12 राज्यों में होगा
दूसरे चरण में इन 12 राज्यों में SIR कि प्रक्रिया आरंभ होगी। 12 राज्यों में चार यूटी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा, पुडुचेरी शामिल हैं। वहीं अन्य राज्यों में छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप हैं.
नए मतदाताओं की सूची में जोड़ने का काम होगा
CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा कि इस अभ्यास में कई तरह की प्रक्रिया होगी। इस दौरान बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) प्रत्येक मतदाता के घर कम से कम से तीन बार दौरा करेंगे। नए मतदाताओं की सूची में जोड़ने का काम होगा। ज्ञानेश कुमार के अनुसार,'BLO घर-घर जाकर Form-6 और Declaration Form एकत्र करेंगे। नए मतदाताओं को फॉर्म भरने में सहायता करेंगे। उन्हें ERO (Electoral Registration Officer) या AERO (Assistant ERO) को सौंपा जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने अनुसार, फेज-2 की ट्रेनिंग मंगलवार यानि 28 अक्टूबर से होगी। सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEOs) और जिला निर्वाचन अधिकारी (DEOs) को निर्देश दिया है कि वे अगले दो दिनों के अंदर राजनीतिक दलों से मिलकर SIR प्रक्रिया की जानकारी दें.
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अब तक देश भर में 8 बार हुआ SIR
देश भर में अब तक आठ बार एसआईआर हुआ है. 1951 से 2004 के बीच आठ बार विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) हुआ है. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि राजनीतिक दलों ने कई मौकों पर मतदाता सूचियों की गुणवत्ता का मुद्दा सामने रखा है.
आज रात को फ्रीज हो जाएगी लिस्ट
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस चरण में जिन राज्यों में SIR होगा, यहां पर मतदाता सूची आज रात तक फ्रीज हो जाएगी.
इसलिए जरूरी है SIR
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के अनुसार, कई वजह हैं, जिसके कारण SIR जैसी प्रक्रिया की आवश्यकता पड़ी। इनमें बार—बार पलायन शामिल है। इसके कारण मतदाताओं का एक से अधिक जगहों पर पंजीकरण होना भी है। मृत मतदाताओं का नहीं हटाया जाना भी है। वहीं किसी विदेशी का गलत तरीके से सूची में शामिल होना शामिल है.
एसआईआर में खास क्या ?
एसआईआर का लक्ष्य मतदाता सूची से फर्जी और दोहरे नामों को हटाना है. इसके साथ चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है. मतदाताओं को अपनी नागरिकता तय करने के लिए दस्तावेज जमा करने होंगे. चुनाव आयोग ने एसआईआर को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से लागू करने का आश्वासन दिया है. बताया जा रहा है कि इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. एसआईआर को चरणबद्ध तरह से पूरे देश में लागू किया जाएगा. इसमें पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी जैसे राज्यों में इसकी शुरुआत होगी.
एसआईआर का क्या होगा असर
एसआईआर के बाद मतदाता सूची अधिक सटीक होगी. एसआईआर के जरिए चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ जाएगी. एसआईआर के कारण लाखों लोगों को अपनी नागरिकता साबित करने को लेकर दस्तावेज जमा करने होंगे.
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