कांग्रेस से लोकसभा सांसद शशि थरूर के एक लेख ने पार्टी के भीतर सियासी तूफान ला दिया है. थरूर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक मंचों पर भूमिका की प्रशंसा ने कांग्रेस नेतृत्व को असहज कर दिया है, और अब पार्टी के भीतर से ही तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. इस पूरे विवाद में अब कांग्रेस सांसद मानिक टैगोर खुलकर सामने आए हैं. टैगोर ने बिना नाम लिए थरूर पर तीखा तंज कसते हुए लिखा:
"उड़ने के लिए अनुमति मत मांगो. पक्षियों को उड़ने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होती… लेकिन आज के समय में एक स्वतंत्र पक्षी को भी आसमान देखना पड़ता है- बाज, गिद्ध और चील हमेशा शिकार करते रहते हैं. स्वतंत्रता मुफ़्त नहीं है, खासकर तब जब शिकारी देशभक्ति को पंख की तरह पहनते हैं."
टैगोर का ये बयान सीधे तौर पर थरूर के उस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x पर किया गया ट्वीट जिसमें उन्होंने लिखा “पंख उड़ाने की इजाजत मत मांगो पंख तुम्हारे हैं और आसमान किसी का नहीं है”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी इस मुद्दे पर तल्ख़ लहजे में बयान
"जिसको जो लिखना है, वह लिखे. हम उस पर दिमाग नहीं लगाना चाहते. हम देश के लिए लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे. हम किसी की बात पर ध्यान नहीं देते." इन बयानों के बाद पार्टी के भीतर मतभेद अब सतह पर हैं. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि थरूर पार्टी लाइन से अलग होते जा रहे हैं. विश्लेषकों का मानना है कि वे किसी बड़ी राजनीतिक योजना पर काम कर रहे हैं. खासतौर पर केरल में आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में थरूर का रुख बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
कांग्रेस के भीतर इस घटनाक्रम को लेकर उबाल साफ नजर आ रहा है और राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि क्या शशि थरूर पार्टी से दूरी बनाने की तैयारी कर रहे हैं या यह केवल वैचारिक असहमति भर है. आने वाले दिनों में इस मसले पर पार्टी के भीतर और बाहर सियासत और गरम हो सकती है.