“आतंकवाद पर किसी भी तरह की छूट नहीं”— जयशंकर बोले, दुनिया को दिखाना होगा जीरो टॉलरेंस

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लिया. शिखर सम्मेलन के दौरान, उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद पर एक कड़ा और स्पष्ट संदेश देगा और कहा कि भारत अपने लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा.

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लिया. शिखर सम्मेलन के दौरान, उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद पर एक कड़ा और स्पष्ट संदेश देगा और कहा कि भारत अपने लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा.

author-image
Ravi Prashant
New Update
Jaishankar

विदेश मंत्री एस. जयशंकर Photograph: (ANI)

रूस में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आतंकवाद पर बेहद सख्त और साफ संदेश दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया को आतंकवाद के किसी भी रूप और किसी भी बहाने के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आतंकवाद को न तो सही ठहराया जा सकता है, न उससे नज़रें फेरने की गुंजाइश है और न ही उसे किसी तरह से ‘व्हाइटवॉश’ किया जा सकता है. 

Advertisment

लोगों की सुरक्षा का है अधिकार

जयशंकर ने कहा कि भारत को अपने लोगों की सुरक्षा का अधिकार है और वह इस अधिकार का हर स्तर पर उपयोग करेगा. उन्होंने SCO देशों को याद दिलाया कि आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक, सख्त और बिना किसी समझौते की कार्रवाई ही इस चुनौती का एकमात्र समाधान है. 

बयान है काफी अहम

यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने 10 नवंबर को लाल किले के पास हुई कार ब्लास्ट को आतंकवादी हमला घोषित कर दिया और जांच को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया. इस पृष्ठभूमि में जयशंकर का संदेश और भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

तीन दिवसीय यात्रा पर हैं विदेश मंत्री

मॉस्को पहुंचते ही जयशंकर ने अपने तीन-दिवसीय दौरे की शुरुआत की और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों के साथ-साथ SCO, ब्रिक्स, G20 और संयुक्त राष्ट्र से जुड़े विषयों पर भी चर्चा हुई. रूस की सरकारी एजेंसी TASS के अनुसार, यह मुलाकात व्यापक और रणनीतिक बातचीत को समर्पित रही.

दुनिया शांति के दिशा में बढ़ रही है

जयशंकर ने कहा कि मौजूदा वैश्विक उथल-पुथल के बीच भारत और रूस के बीच साफ-सुथरी और खुली बातचीत बेहद जरूरी है. उन्होंने यूक्रेन संघर्ष, पश्चिम एशिया की स्थिति और अफगानिस्तान के हालात को प्रमुख मुद्दों के रूप में रखते हुए कहा कि दुनिया शांति की दिशा में बढ़ने की कोशिश कर रही है और भारत इन प्रयासों का समर्थन करता है। उन्होंने जोर दिया कि संघर्ष का जल्द अंत और दीर्घकालिक शांति पूरी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के हित में है.

उन्होंने यह भी कहा कि भारत-रूस संबंध दशकों से अंतरराष्ट्रीय स्थिरता का आधार रहे हैं. उनका मानना है कि दोनों देशों की साझेदारी जितनी मजबूत होगी, वैश्विक मंच पर स्थिरता उतनी ही बढ़ेगी. जयशंकर के इन बयानों ने SCO समिट में भारत की स्पष्ट और दृढ़ नीति को एक बार फिर सामने रखा है. आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं. 

ये भी पढ़ें- भारत में हमास जैसा होने वाला था हमला, दिल्ली धमाके में हुआ बड़ा खुलासा!

SCO
Advertisment