राज्यसभा में नोटों की गड्डी को लेकर हंगामा, जानें क्या दी सिंघवी ने सफाई

राज्यसभा में आज नोटों की गड्डी को लेकर जमकर हंगामा हुआ. इसे लेकर आज जगदीप धनखड़ खुद सामने आए.  अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वे खुद चाहते हैं कि इस मामले की जांच हो.

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Mohit Saxena
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abhishek singhvi

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राज्यसभा में आज नोटों की गड्डी को लेकर जमकर हंगामा हुआ. इस मामले को लेकर आज जगदीप धनखड़ खुद सामने लेकर आए. उन्होंने सांसदों के सामने कहा कि गुरुवार को सदन के अंदर नोटों की गड्डी मिली है. उन्होंने कहा कि ये नोट सीट 222 पर प्राप्त हुए. ये सीट कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को मिली है. सभापति का कहना है कि गुरुवार को जब सदन की कार्यवाही खत्म हुई तब नियमित सुरक्षा जांच के बाद सीट नंबर 222 के नीचे से नोटों की गड्डी ​मिली. इस सीट का उपयोग अभिषेक मनु सिंघवी करते हैं. उन्होंने कहा कि ये मामला काफी गंभीर है. ऐसे में ये सुनिश्चित किया जाएगा कि मामले की गहन जांच की जाए. 

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सिंघवी ने ये सफाई दी

कांग्रेस सांसद अभिषेक सिंघवी का कहना है कि ये सब एक मजाक की तरह है. मैं जब भी संसद जाता हूं तो केवल 500 रुपये का नोट साथ ले जाता हूं. उन्होंने कहा कि गुरुवार को मैंने दोपहर 12 बजकर 57 मिनट पर संसद प्रवेश किया था. इसके बाद 1 बजे कैंटीन चला गया. 1.30 बजे तक वे वहीं पर रहे. इसके बाद वे घर लौट गए. 

कांग्रेस नेता ने कहा कि आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि 3 मिनट मैं संसद में रहा. ये आरोप बिना बात के लगाए गए हैं. सांसद ने कहा कि ये सब राजनीति की तरह है. उन्होंने कहा कि वे खुद ये चाहते हैं कि इसकी गहन जांच हो. इसकी पूरी सच्चाई सामने आनी चाहिए. 

जानें कांग्रेस का क्या है कहना 

कांग्रेस ने नोट कांड पर जेपीसी गठित करने की डिमांड रखी है. उन्होंने कहा ​कि पूरा मामला अदाणी केस ध्यान भटकाने को लेकर किया गया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश इस मामले को लेकर सभापति से मिले. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे    ने सभापति धनखड़ को जवाब देते हुए कहा कि अगर मामले की जांच चल रही थी तो सभापति को सांसद का नाम नहीं लेना चाहिए. 

संसद में नोट ले जाने के नियम 

संसद में नोट लेकर जाने पर किसी तरह के नियम नहीं है. कौन कितने रुपये संसद के अंदर लेकर जा सकता है, इस पर किसी तरह की कोई सीमा तय नहीं की गई है. कई सांसद डिजिटल पेमेंट किया करते हैं. कुछ केवल नकदी का प्रयोग करते हैं. ऐसे में वे संसद के अंदर पैसे लेकर पहुंचते हैं. कई सांसद संसद में बैंक की ब्रांच से पैसे निकाल कर सदन में लाते हैं. 

क्या होगी कार्रवाई?

सिंघवी के मामले में जांच दिल्ली पुलिस करने वाली है या कोई और एजेंसी, ये सभापति जगदीप धनखड़ तय करेंगे. इस बात की जांच होगी कि क्या ये पैसे सिंघवी के थे, या किसी और ने इसे दे रखा है.  

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