मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी अब गोला-बारूद बनाएंगे. उन्होंने इसके लिए बकाएदा एक दर्मन कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट भी किया है. भारत की डिफेंस प्रोडक्शन कैपेबिलिटी को बढ़ावा देगी. आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में आसानी होगी. रिलायंस डिफेंस लिमिटेड महाराष्ट्र के रत्नागिरी के वटाड इंडस्ट्रेलियल एरिया में ग्रीनफील्ड निर्माण केंद्र बनाया जाएगा. इसका नाम धीरूबाई अंबानी डिफेंस सिटी होगी, जो दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी कंपनी होगी.
हर साल हो सकेगा इतना प्रोडक्शन
दक्षिण एशिया के सबसे बड़े केंद्र से हर साल तोप के दो लाख गोले, 10 हजार टन विस्फोटक और दो हजार टन प्रोपेलेंट्स का उत्पादन किया जा सकता है. राइनमेटल एजी के सीईओ आर्मिन पैपरगर ने डील को लेकर एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि ये रणनीतिक साझेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व वाले भारत के साथ साझेदारी करने की हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को दिखाती है. रिलायंस समूह के संस्थापक और अध्यक्ष अनिल ने इस बारे में कहा कि ये साझेदारी देश के प्राइवेट रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिए अहम क्षण है.
देश के टॉप तीन रक्षा निर्यातकों मे से एक बनना ही लक्ष्य
अंबानी ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा समर्थित आत्मनिर्भर भारत के तहत हमारा उद्देश्य है कि रिलायंस डिफेंस को देश के टॉप तीन रक्षा निर्यातकों में से एक बनाना है. इससे न केवल भारत की रक्षा जरूरतें पूरी होंगी बल्कि वैश्विक रक्षा आपूर्ति के लिए एक नए खिलाड़ी के रूप में उभर पाएंगे.