Railway Stations Redevelopment: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भारतीय रेलवे ने अहम भूमिका निभाई है. स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से करोड़ों की संख्या में लोग यहां पर पहुंच रहे हैं. प्रशासन को रोजना रेल सेवाओं को अपडेट करना पड़ रहा है. इसकी वजह है कि रेल पर यात्रा का काफी बोझ बढ़ गया है. इस बीच रेलवे देशभर में कई स्टेशनों को रिडेवलप करने की कोशिश में है. स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं देने की योजना है. इसे मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य सबसे आगे हैं. करीब 1200 स्टेशनों पर काम शुरू हो चुका है.
रेल मंत्रालय की ओर से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है. इसका कुल बजट 1 लाख करोड़ रुपये तक है. रेल मंत्रालय के अनुसार, अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तहत जिन स्टेशनों को रिडेवलप किया गया है. यहां पर रूफ प्लाजा, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बच्चों के खेलने की जगह, कियोस्क, लिफ्ट, वेटिंग रूम, फूड कोर्ट शामिल हैं.
छह स्टेशन हो चुके हैं रिडेवलप
छह रेलवे स्टेशनों को रिडेवलप किया जा चुका है. इसमें पश्चिम मध्य रेलवे के रानी कमलापति स्टेशन, पश्चिमी रेलवे के गांधीनगर कैपिटल स्टेशन, दक्षिण पश्चिमी रेलवे के सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल स्टेशन, पूर्वोत्तर रेलवे के गोमती नगर रेलवे स्टेशन का प्रथम चरण है. उत्तर रेलवे के अयोध्या रेलवे स्टेशन तथा पूर्वी तटीय रेलवे के कटक रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है.
जाने किस तरह से रिडेवलप होंगे स्टेशन
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 157 को रिडेवलप किया जा रहा है. इसके बाद महाराष्ट्र में 132, पश्चिम बंगाल में 101, बिहार में 98, गुजरात में 87, राजस्थान में 85 पर काम हो रहा है. वहीं मध्य प्रदेश में 80, तमिलनाडु में 77, आंध्र प्रदेश में 73, कर्नाटक में 61,ओडिशा में 59, झारखंड में 57 और असम में 50 स्टेशन रिडेवलप किया जाएगा.
80 स्टेशनों को मिली प्राथमिकता
भारतीय रेलवे के अनुसार, 80 रेलवे स्टेशनों को प्राथमिकता दी जा रही है. ये चारबाग लखनऊ, प्रयागराज जंक्शन, सबरमती, सूरत, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुजफ्फर जंक्शन हैं.
यूपी में 148 पर काम जारी
उत्तर प्रदेश में रिडेवलप हो 157 स्टेशनों में 148 पर काम हो रहा है. इसमें केवल नौ स्टेशन ऐसे हैं, जहां पर काम अभी आरंभ नहीं हुआ. मगर इसकी प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है.