पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जो जवाब दिया, वो न सिर्फ सटीक था बल्कि ताकतवर भी था. Operation Sindoor के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने 9 टारगेट्स को निशाना बनाया और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान की सीमा के अंदर घुसकर मारा.
इस पूरे मिशन का हीरो राफेल फाइटर जेट्स हैं. राफेल ने सीमा पर जाकर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को बर्बाद किया. पाकिस्तान ने दावा किया कि अपने F-16 विमान से भारत के विमानों का पीछा किया था. हालांकि, इसकी पुष्टि भारत ने नहीं की है. ऐसे में हम इस खबर में बताएंगे कि इन दोनों जेट्स में कौन ताकतवर है.
भारत का राफेल दुश्मनों के लिए डर का दूसरा नाम
- फ्रांस का 4.5 जनरेशन फाइटर जेट
- दो इंजन वाला ज्यादा पावर और स्टेबिलिटी
- ऑल वेदर ऑपरेशन्स के लिए तैयार, मल्टी-रोल फाइटर
राफेल की घातक हथियार प्रणाली
- SCALP क्रूज़ मिसाइल: सर्जिकल अटैक के लिए घातक
- HAMMER बम: टारगेट को सटीकता से मारने वाला स्मार्ट बम
- Meteor मिसाइल: 120 KM रेंज, “नो-एस्केप ज़ोन” मिसाइल
- SPECTRA Electronic Warfare Suite: रडार और मिसाइल से बचाव के लिए हाई-टेक सिस्टम
- X-Guard Decoy System: मिसाइल से बचने की लेटेस्ट तकनीक
पाकिस्तान का F-16: संख्या ज्यादा, क्षमता सीमित है
- अमेरिका का 4th जनरेशन फाइटर जेट
- सिंगल इंजन हल्का लेकिन सीमित पावर
- डॉगफाइट्स में ठीक, लेकिन मल्टी-रोल ऑपरेशन्स में सीमित
F-16 की हथियार प्रणाली
- AMRAAM मिसाइल: 100 KM की रेंज
- JDAM बम: पुरानी टेक्नोलॉजी पर आधारित
- टेक्नोलॉजी लिमिटेड: अमेरिका की शर्तों के कारण पूरी क्षमता से ऑपरेट करना मुश्किल
इन दोनों फाइटर जेट्स की तुलना करने के बाद ये यही सामने आया है कि टेक्नोलॉजी के मामले में राफेल कई कदम आगे है. पाकिस्तान के पास भले ही F-16 की संख्या ज्यादा हो, लेकिन तकनीक और मारक क्षमता के मामले में राफेल साफ तौर पर आगे है.