विदेश मंत्री एस. जयशंकर चार दिवसीय दौरे पर अमेरिका में हैं. उन्होंने बुधवार को क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लिया. अमेरिका में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि सभी क्वाड मंत्री इस बात पर दृढ़ता से सहमत थे कि क्वाड में हमारा लक्ष्य इंडो-पैसिफिक में रणनीतिक स्थिरता को मजबूत करना था और इस बैठक में चर्चाएँ मुख्य रूप से विभिन्न पहलों और परियोजनाओं पर डिलीवरी बढ़ाने के लिए समर्पित थीं. हमने इंडो-पैसिफिक के क्षेत्रीय मुद्दों पर बहुत खुली चर्चा की...हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर, यह स्वाभाविक है कि हमने इज़राइल-ईरान संघर्ष और ईरान में अमेरिका द्वारा की गई कार्रवाई पर भी चर्चा की. जब हमारी बैठक हो रही थी, उसी समय महत्वपूर्ण खनिजों पर एक क्वाड बिजनेस राउंडटेबल भी चल रहा था, और उस राउंडटेबल में सभी चार क्वाड देशों की कंपनियाँ मौजूद थीं..."
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमने क्वाड क्रिटिकल मिनरल्स पहल शुरू की है और यह विशेष रूप से खनिज पुनर्प्राप्ति पर केंद्रित होगी, जो हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है... हमने तय किया कि क्वाड इंडो-पैसिफिक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क जिसे वर्ष की शुरुआत में लॉन्च किया गया था, यह बहुत जल्द अपना फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास आयोजित करेगा... विशेषज्ञ स्तर पर एक समुद्री कानूनी वार्ता इस महीने के अंत में वर्चुअल रूप से आयोजित की जाएगी. हमने अपने गुरुग्राम फ्यूजन सेंटर के माध्यम से समुद्री डोमेन जागरूकता पर हिंद-प्रशांत साझेदारी का विस्तार करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं..."
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमें इस वर्ष के अंत में भारत में क्वाड शिखर सम्मेलन आयोजित करने की भी उम्मीद है और हमने इसकी तैयारी के बारे में सार्थक चर्चा की..."