Pulwama Attack: छह साल पहले 14 फरवरी, 2019 का दिन देश को गहरा घाव देकर गया था. उसे देश कभी भी भुला नहीं सकता है. उस दिन जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर-नेशनल हाईवे के जरिए केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (CRPF) का काफिला जम्मू से श्रीनगर की ओर बढ़ रहा था. इस बीच अवंतीपोरा के गोरीपोरा के करीब एक वाहन काफिले (Pulwama Attack) में शामिल बसों के बिल्कुल किनारे से निकल रहा था.
इस बीच सैन्य जवान कार सवार से बार-बार काफिले दूर रहने की हिदायत दे रहे थे. मगर कार सवार इसे नजरअंदाज करने में लगा था. ऐसे में जवान कुछ समझते, तभी कार ने काफिले में शामिल बस को टक्कर मार दी. इसके बाद तेज धमाका हुआ. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए.
श्रीनगर नेशनल हाईवे पर अवंतीपोरा के गोरीपोरा में आतंकियों ने अटैक किया था. इस काफीले में सीआरपीएफ के 60 से अधिक सैन्य वाहन मौजूद थे. इन वाहनों में करीब 2547 जवान थे. जब इन वाहनों से कार टकराई तो जोरदार धमाका हुआ. इसकी आवाज कई किलोमीटर तक लोगों को सुनाई दी. इस हमले में बस के परखच्चे उड़ गए थे.
जैश-ए-मोहम्मद ने ली जिम्मेदारी
अवंतीपोरा में हुए इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली. इस हमले ने देश को झकझोर दिया था. आतंकियों की हरकत से पूरे देश में शोक की लहर थी. अब सभी की निगाह इस हमले को लेकर भारत की प्रतिक्रिया पर थी.
सर्जिकल स्ट्राइक से लिया बदला
पुलवामा में आतंकी हमले के 12 दिनों के बाद 25 फरवरी को देर रात को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की. इस हमले में सेना ने पाकिस्तान के करीब 300 आतंकियों को ढेर कर दिया. सरकार की ओर से किए दावे के अनुसार, वायुसेना के दो हजार विमानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर तबाही मचाई. इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना तमाशबीन बनी रही.
विंग कमांडर अभिनंदन
इस हमले में भारत के मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान ने पाकिस्तानी एफ-16 फाइटर जेट को मार गिरा था. वहीं बालाकोट एयरस्ट्राइक में भारत का मिग-21 लड़ाकू विमान क्षतिग्रस्त हो गया. वह पाकिस्तान में जा गिरा था. इसमें मौजूद विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान सेना ने पकड़ लिया था. मगर भारत के दबााव में अभिनंदन वर्धमान को 1 मार्च, 2019 के दिन पाकिस्तान ने छोड़ दिया. बाद में भारत सरकार ने अभिनंदन वर्धमान को 'वीर चक्र' से सम्मानित किया.