Princess Astrid of Belgium In India: बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. यह बैठक दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के उद्देश्य से हुई.
पीएम मोदी ने राजकुमारी एस्ट्रिड द्वारा 300 सदस्यीय आर्थिक मिशन के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि यह कदम व्यापार, प्रौद्योगिकी, रक्षा, कृषि, जीवन विज्ञान, नवाचार, कौशल और शिक्षा के क्षेत्र में नई साझेदारियों को जन्म देगा. इससे दोनों देशों के लोगों के लिए असीमित अवसरों के द्वार खुलेंगे.
भारत-बेल्जियम संबंधों में नया अध्याय
बेल्जियम और भारत के बीच व्यापार और कूटनीति के गहरे संबंध हैं. यह मुलाकात दोनों देशों के बीच अर्थव्यवस्था, इनोवेशन और रक्षा सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. भारत और बेल्जियम कई वर्षों से व्यापार, डायमंड उद्योग, फार्मास्युटिकल्स और तकनीक के क्षेत्र में साझेदारी कर रहे हैं.
राजकुमारी एस्ट्रिड के नेतृत्व में आए इस आर्थिक प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य भारत के साथ निवेश और व्यापार के नए अवसर तलाशना है.
किन क्षेत्रों में होगा भारत-बेल्जियम सहयोग?
राजकुमारी एस्ट्रिड और पीएम मोदी की मुलाकात के दौरान जिन प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा हुई, वे हैं—
- व्यापार और निवेश – दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और बेहतर बनाने पर जोर दिया गया.
- तकनीकी और नवाचार – भारत और बेल्जियम मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ग्रीन एनर्जी और डिजिटल इनोवेशन को बढ़ावा देंगे.
- रक्षा और सुरक्षा – रक्षा उपकरणों, साइबर सुरक्षा और सामरिक सहयोग के क्षेत्रों में साझेदारी मजबूत होगी.
- कृषि और जीवन विज्ञान – भारतीय किसानों और वैज्ञानिकों को बेहतर टेक्नोलॉजी और शोध में सहयोग मिलेगा.
- शिक्षा और कौशल विकास – दोनों देशों के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम को गति दी जाएगी.
भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह दौरा?
भारत वैश्विक व्यापार और निवेश के नए अवसरों को तलाश रहा है, और बेल्जियम इस दिशा में एक मजबूत साझेदार हो सकता है. बेल्जियम यूरोप का एक प्रमुख आर्थिक केंद्र है और भारत के साथ उसके व्यापारिक और सांस्कृतिक रिश्ते ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं.
इस मुलाकात से भारत को नए निवेशकों को आकर्षित करने, अत्याधुनिक तकनीक अपनाने और वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मिलेगा.
पीएम मोदी और राजकुमारी एस्ट्रिड की इस मुलाकात से यह साफ हो गया है कि आने वाले समय में भारत और बेल्जियम के बीच आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी के कई नए अवसर खुलने जा रहे हैं.
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