Bangaluru Stamede: आईपीएल समारोह में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाया जा रहा था. इस दौरान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई. इसमें कई लोग घायल हो गए. 11 लोगों की मौत हो गई. भीड़ काफी अधिक हो गई थी. इससे गेट के करीब अफरा-तफरी मच गई. भगदड़ के बात करते हुए एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "विराट कोहली और आरसीबी टीम को देखने के लिए काफी लोग आए थे. बहुत सी लड़कियों ने गेट को धक्का देकर एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में घुसने की कोशिश की. मैंने तीन लड़कियों को गिरते देखा, लेकिन किसी ने उन्हें बचाया नहीं. भारी भीड़ के कारण पुलिस भी असहाय थी."
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कहा, "सीटें सब भरी हुई थीं, यही वजह है कि पुलिस हमें अंदर नहीं जाने दे रही थी. हम वापस जाना चाहते थे, लेकिन हमें वापस जाने की इजाजत नहीं थी. गेट पर लोगों की भीड़ है, इसलिए अगर वे गेट खोलते भी, तो और लोग अंदर आ जाते." सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर प्रशंसकों के कार पर चढ़ने के बाद क्षतिग्रस्त कार दिखाई दी. यहां पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम को देखने के लिए हजारों लोग एकत्र हुए थे. कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ ने बुधवार को यहां सभी आरसीबी खिलाड़ियों के लिए एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया था.
भाजपा ने कर्नाटक सरकार को जिम्मेदार ठहराया
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया और तैयारी और सुरक्षा उपायों की कमी का हवाला दिया. उन्होंने इस त्रासदी की न्यायिक जांच की मांग की. इसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. बीवाई विजयेंद्र ने कहा, "राज्य सरकार को इस त्रासदी की पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी. जब पूरा देश और कर्नाटक आरसीबी की जीत का जश्न मनाने में लगा था, तब राज्य सरकार की ओर से बिना किसी पूर्व तैयारी के विजय रैली आयोजित करने की जल्दबाजी की वजह से यह त्रासदी हुई."
उन्होंने कहा, "राज्य सरकार पहले से कोई तैयारी नहीं की. उन्हें प्रचार में अधिक दिलचस्पी थी. इसके कारण 11 से अधिक लोगों की मौत हो गई. कुछ लोग आईसीयू में हैं. मैंने कुछ पीड़ितों से बात की, अंदर कोई पुलिस नहीं थी. किसी तरह की एम्बुलेंस सुविधा नहीं थी. सीएम को मामले को न्यायिक जांच के लिए भेजना चाहिए."