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पीएम मोदी रोड शो Photograph: (X/PM)
कर्नाटक के उडुपी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दोनों रूपों में खास रहा. भगवान श्री कृष्ण मठ में आयोजित लक्ष कंठ गीता पारायण कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद PM मोदी ने शहर में भव्य रोडशो किया.
भगवान कृष्ण के किए दर्शन
उडुपी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने श्री कृष्ण मंदिर के गर्भगृह के सामने स्थित सुवर्ण तीर्थ मंटप का उद्घाटन किया. इसके साथ ही उन्होंने कनकाना किंडी वह पवित्र खिड़की जहां संत कनकदास ने भगवान कृष्ण के दर्शन किए थे. साथ ही कनका कवच (सुनहरा कवच) समर्पित किया. इस अवसर पर पूरा परिसर भक्ति और भव्यता से भर गया.
एक लाख श्रद्धालु हुए शामिल
लक्ष कंठ गीता पारायण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग एक लाख श्रद्धालुओं के साथ मिलकर भगवद गीता के श्लोकों का एक साथ पाठ किया. विद्यार्थियों, साधु-संतों, विद्वानों और आम नागरिकों सहित विभिन्न वर्गों के लोग इस आयोजन का हिस्सा बने। PM मोदी ने कहा कि एक साथ लाखों लोगों द्वारा श्लोकों का उच्चारण भारत की “अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति” का प्रतीक है. उनके अनुसार, “जब एक स्थान पर एक लाख लोग दिव्य शब्दों का उच्चारण करते हैं, तो जो ऊर्जा उत्पन्न होती है, वह मन और शरीर दोनों को नई शक्ति देती है.”
सुशासन मॉडल की प्रशंसा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उडुपी में जनसंघ और बाद में भाजपा द्वारा शुरू किए गए सुशासन मॉडल की प्रशंसा की. उन्होंने 1968 का उल्लेख करते हुए कहा कि उसी वर्ष उडुपी की जनता ने जनसंघ के नेता वी. एस. आचार्य को नगर निगम में चुनकर एक नए शासन मॉडल की नींव रखी थी. उन्होंने बताया कि सफाई अभियान और आधुनिक जल निकासी प्रणाली का विकास उडुपी ने कई दशक पहले ही शुरू कर दिया था.
पीएम मोदी ने उडुपी को गुजरात के द्वारका से जोड़ते हुए श्री माध्वाचार्य की परंपरा और योगदान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यह भूमि ज्ञान, भक्ति और संस्कृति की अद्भुत धरोहर समेटे हुए है और भारत की आध्यात्मिक एकता को दर्शाती है.
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