प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत मंडपम में IATA की 81वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित किया. भारत मंडपम में विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'यह आयोजन भारत में चार दशकों के बाद आयोजित किया जा रहा है और इस दौरान बहुत कुछ बदल गया है. आज का भारत अधिक आत्मविश्वास से भरा हुआ है. हम न केवल वैश्विक विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में एक बड़ा बाजार हैं, बल्कि हम नीति नेतृत्व और समावेशी विकास का भी एक उदाहरण हैं.'
एविएशन सिस्टम में बड़ा सुधार हुआ: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'ग्लोबल एविएशन सिस्टम में हम न केवल एक विशाल मार्केट है, बल्कि अब इनोवेशन में भी सबसे आगे हैं. बीते एक दशक में भारत के एविएशन सिस्टम में बड़ा सुधार हुआ है. इस समिट में आप जो चर्चा कर रहे हैं. इससे ग्लोबल एविएशन को दिशा मिलने वाली है. आज हम सैंकड़ों किलोमीटर की दूरी कुछ घंटों में तय कर लेते है. अब हमारी स्पीड बढ़ गई है. हम ऐसे मुकाम पर पहुंच चुके हैं. जहां हमारे ट्रैवल प्लान केवल धरती के इशारों पर सीमित नहीं है. इंसान आज स्पेस प्राइड्स और इंटरप्लेनेटरी यात्राओं को भी कमर्शियलाइज करने और सिविल एविएशन के लिए खोलने के सपने देख रहा है. यह बात सही है कि अभी इसमें समय है. भारत सभी संभावनाओं के लिए तैयार है. भारत के पास तीन मजबूत पिलर हैं.
युवा तरह-तरह के इंवोशन लेकर आ रहे: मोदी
'पहला मार्केट, दूसरा टेक्नॉलाजी और इनोवेशन के लिए हमारे पास टैलेंट है. हमारे युवा तरह-तरह के इंवोशन लेकर आ रहे हैं. तीसरा हमारे यहां पर ओपन मार्केट है. आज भारत दुनिया की तीसरा सबसे बड़ी डोमेस्टिक एविएशन मार्केट है. अब तक 15 मिलियन नागरिकों को सस्ती एयर ट्रैवल की सुविधा मिली है. हमारी एयरलाइंस डबल डिजिट ग्रोथ हासिल कर रही है. भारत और विदेशी एयरलाइन को मिलाकर हर साल करीब 24 करोड़ यात्री हमारे यहां उड़ान भरते हैं. दुनिया के ज्यादातर देशों की टोटल पॉपुलेशन से भी कहीं ज्यादा है. 2030 तक संख्या 50 करोड़ पहुंचने की संभावना है. साथियों यह केवल आंकड़े नहीं है, बल्कि नए भारत के पोटेंशियल की झलक है. हम विश्व के बेहरतीन एयरपोर्ट पर निवेश कर रहे हैं. 2014 तक भारत में 74 आपरेशनल एयरपोर्ट है. आज ये 162 एयरपोर्ट तक पहुंच चुकी है'.