SCO Summit: ट्रंप टैरिफ वॉर के बीच क्या हैं शी जिनपिंग के इस बयान के मायने, भारत को लेकर कही यह बात

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि आज दुनिया सदी में एक बार होने वाले बदलावों से गुज़र रही है. अंतर्राष्ट्रीय स्थिति अस्थिर और अराजक दोनों है.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि आज दुनिया सदी में एक बार होने वाले बदलावों से गुज़र रही है. अंतर्राष्ट्रीय स्थिति अस्थिर और अराजक दोनों है.

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Mohit Sharma
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india china news Photograph: (Social Media)

SCO Summit:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय चीन यात्रा पर हैं. वो यहां तियाजिन शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में भाग लेने गए हैं. पीएम मोदी की यह चीन यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब टैरिफ वॉर को लेकर भारत और अमेरिका के रिश्ते निचले स्तर पर आ गए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिकी टैरिफ के जवाब में भारत और चीन की नजदीकी बढ़ सकती है. क्योंकि चीन भी अमेरिका द्वारा उसके उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ की मार झेल रहा है. 

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भारत पूर्व की दो प्राचीन सभ्यताएँ

वहीं, एससीओ सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि चीन और भारत पूर्व की दो प्राचीन सभ्यताएं हैं. हम दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं, और हम ग्लोबल साउथ के भी महत्वपूर्ण सदस्य हैं. हम दोनों अपने लोगों की भलाई में सुधार लाने, विकासशील देशों की एकजुटता और कायाकल्प को बढ़ावा देने, और मानव समाज की प्रगति को बढ़ावा देने की ऐतिहासिक ज़िम्मेदारी निभाते हैं. 

पीएम मोदी ने चीन को लेकर कही यह बात

उन्होंने कहा कि दोनों (भारत-चीन) राष्ट्रों के लिए यह बिल्कुल सही ऑप्शन है कि वो आपस में ऐसे दोस्त बनें जिनके अपने पड़ोसियों से सौहार्दपूर्ण संबंध हों. दोनों देश ऐसे साझेदार बनें, जिनका एक-दूसरे की सफलता में योगदान हो. उन्होंने कहा कि ड्रैगन और हाथी एक साथ आना चाहिए.  चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग यहीं नहीं रुके, उन्होंगे कहा कि यह ऐसा समय है, जब दुनिया सदी में एक बार होने वाले बदलावों से गुजर रही है. अंतर्राष्ट्रीय स्थिति अस्थिर और अराजक दोनों है. इस साल चीन और भारत अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. दोनों पक्षों को अपने संबंधों को रणनीतिक ऊँचाई और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखने और संभालने की आवश्यकता है. हमें बहुपक्षवाद को बनाए रखने, एक बहुध्रुवीय विश्व और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में अधिक लोकतंत्र लाने के लिए मिलकर काम करने, और एशिया और दुनिया भर में शांति और समृद्धि में अपना सच्चा योगदान देने की अपनी ऐतिहासिक ज़िम्मेदारी को भी पूरा करना होगा. वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की चीन द्वारा सफल अध्यक्षता के लिए आपको बधाई देता हूं. 

2.8 अरब लोगों के हित सीधे हमारे सहयोग से संबंधित

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर एक समझौता हुआ है. कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हुई है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीधी फ्लाइट्स भी फिर से शुरू की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि हम दो ऐसे राष्ट्र हैं, जिनके  2.8 अरब लोगों के हित सीधे हमारे सहयोग से संबंधित हैं. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे पूरी मानवता के कल्याण का रास्ता भी प्रशस्त होगा. उन्होंने कहा कि हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

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