प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस से सम्मानित किया गया. नामीबिया के राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया. विंडहोक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये सम्मान मेरे लिए अत्यंत गर्व और सम्मान की बात है. मैं राष्ट्रपति जी का नामीबिया की सरकार और नामीबिया के लोगों का हृदय से आभार प्रकट करता हूं. मैं इस सम्मान को 140 करोड़ भारतीयों की ओर से विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और नामीबिया अपने स्वतंत्रता संग्राम के समय से एक दूसरे के साथ खड़े रहे हैं. हमारी मित्रता राजनीति से नहीं बल्कि संघर्ष सहयोग और आपसी विश्वास से जन्मी है. साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और उज्ज्वल भविष्य के साझा सपनों ने इसे सींचा है. भविष्य में भी हम एक दूसरे का हाथ थामे विकास पथ पर साथ-साथ आगे बढ़ते रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नामीबिया दुनिया के सबसे बड़े हीरा उत्पादकों में से एक है और भारत में सबसे बड़ा हीरा पॉलिशिंग उद्योग है, वह भी मेरे गृह राज्य गुजरात में. मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी साझेदारी भी इन हीरों की तरह चमकेगी..."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को नामीबिया की राजधानी विंडहोक पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. पीएम मोदी को औपचारिक स्वागत में 21 तोपों की सलामी दी गई. यह स्वागत समारोह उनके नामीबिया की एक दिवसीय यात्रा के दौरान आधिकारिक कार्यक्रमों की शुरुआत के दौरान किया गया. अफ्रीकी राष्ट्र के राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया. इसे लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि नामीबिया में भारतीय समुदाय भारत-नामीबिया की घनिष्ठ मित्रता को लेकर बेहद आशावादी है और विंडहोक में हुए विशेष स्वागत में यह झलकता है. मुझे अपने प्रवासी समुदाय पर खासकर जिस तरह से उन्होंने अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ाव बनाए रखा है, उस पर गर्व है.