प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्र के नाम अपना संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अपनी नीतियों को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान भारतीय धरती पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने आतंकी कृत्यों को जारी रखता है तो उसके खिलाफ सख्त रवैया अपनाया जाएगा. प्रधानमंत्री के 22 मिनट के भाषण में पाकिस्तान को तख्त लहेजे में चेतावनी थी.
परमाणु ब्लैकमेल की धमकियां को बर्दाश्त नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबोधन को बीबीसी, वॉशिंगटन पोस्ट और कई अन्य प्रतिष्ठित दैनिकों सहित विश्व की मीडिया ने प्रमुखता दी है. पहले पन्ने पर पीएम मोदी के भाषण को जगह दी. शीर्षक दिया गया कि भारत अब पड़ोसी देश की ओर से 'परमाणु ब्लैकमेल की धमकियों' को बर्दाश्त नहीं करेगा. वॉशिंगटन पोस्ट ने मोदी के बयान को शीर्षक दिया है. भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई को केवल 'रोका'है, आगे भी जवाबी कार्रवाई की गुंजाइश बनी रहेगी.
अमेरिकी दैनिक ने अपनी रिपोर्ट में बताया 'प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई को केवल 'रोका' है और अगर देश पर आगे कोई हमला होता है तो वह अपनी शर्तों पर जवाबी कार्रवाई करेगा.'
कड़ी जवाबी कार्रवाई की बात की
बीबीसी न्यूज ने पाकिस्तान को दिए गए मोदी के सख्त संदेश को सामने रखा. ''पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते', 'व्यापार और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती है.'' किसी भी आतंकवादी घटना की स्थिति में कड़ी जवाबी कार्रवाई की बात की.
बीबीसी ने पीएम के हवाले से कहा, 'यह युद्ध का युग बिलकुल नहीं है, मगर यह आतंकवाद का युग भी नहीं है.'' ब्रितानी अखबार द गार्जियन ने पीएम की ओर से कही इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान की हर हरकत अब भारत की नजर में रहेगी. इसने पीएम के एक और बयान पर भी ध्यान दिया कि भविष्य में भी आतंकी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल को नहीं सहने वाला है.
सैन्य दुस्साहस को नहीं दिखाने की शर्त
पाकिस्तान की समा टीवी ने अपने कवरेज में पीएम मोदी की इस चेतावनी पर जोर दिया. पाकिस्तान की ओर से आगे किसी आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस को नहीं दिखाने की शर्त पर ही ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया गया है. यह अभी खत्म नहीं हुआ है.