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अगले महीने थाईलैंड की यात्रा पर जा सकते हैं पीएम मोदी Photograph: (Social Media)
PM Modi Thailand Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैंकॉक में छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 2 से 4 अप्रैल तक थाईलैंड की यात्रा पर जा सकते हैं. पीएम मोदी की ये दूसरी थाईलैंड यात्रा होगी. इससे पहले पीएम मोदी साल 2019 में आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए थाईलैंड गए थे. जहां उनके साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी थे. बिम्सटेक शिखर सम्मेलन का आयोजन 2 से 4 अप्रैल तक बैंकॉक में होगा. इस सम्मेलन की अध्यक्षता इस बार थाईलैंड कर रहा है. बिम्सटेक का लक्ष्य 2030 तक "समृद्ध, लचीला और खुला" क्षेत्र हासिल करना है, जिसे "प्रो बिम्सटेक" के रूप में जाना जाता है.
क्या है बिम्सटेक शिखर सम्मेलन का उद्देश्य?
बता दें कि बिम्सटेक शिखर सम्मेलन का उद्देश्य दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है, जिसमें सात सदस्य देश शामिल हैं. इनमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड. शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक बैंकॉक विजन 2030, बिम्सटेक के भविष्य की दिशा पर प्रख्यात व्यक्तियों के समूह की रिपोर्ट और बिम्सटेक शिखर सम्मेलन घोषणा सहित प्रमुख वितरणों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
थाईलैंड के जनसंपर्क विभाग के मुताबिक, "2022-2025 के दौरान बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) के अध्यक्ष के रूप में, थाईलैंड बैंकॉक में 2 से 4 अप्रैल 2025 तक छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन और संबंधित बैठकों की मेजबानी करने जा रहा है."
बिम्सटेक क्षेत्र में हैं 170 करोड़ से ज्यादा लोग
बैंकॉक में होने वाले बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के लिए प्रमुख उद्देश्यों में बिम्सटेक बैंकॉक विजन 2030, बिम्सटेक के भविष्य की दिशा पर प्रतिष्ठित व्यक्तियों के समूह की रिपोर्ट और बिम्सटेक शिखर सम्मेलन घोषणा शामिल हैं. बता दें कि बिम्सटेक क्षेत्र में 1.7 बिलियन से अधिक लोग शामिल हैं और इसका संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद 4.7 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर है. भारत और थाईलैंड ने ऐतिहासिक रूप से मधुर द्विपक्षीय संबंध रहे हैं. दोनों देशों के बीच 1947 से ही राजनयिक संबंध बने हुए हैं. दोनों पक्षों ने 2022 में इस स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मनाई थी.
सदस्य देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ाना उद्धेश्य
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, बहुक्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) अपने सदस्य देशों के बीच सात प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाता है. इनमें सुरक्षा यानी आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराध का विरोध, आपदा प्रबंधन और ऊर्जा यानी व्यापार और आर्थिक विकास, परिवहन संपर्क यानी कृषि और खाद्य सुरक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार यानी पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के अलावा लोगों से लोगों के बीच संबंध शामिल हैं.